
अरविन्द तिवारी
रायपुर (गंगा प्रकाश)- दैनिक अखबार जोहार छत्तीसगढ़ के स्थापना दिवस पर अनेकों कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अखबार के एक नवंबर को चौदह वर्ष पूर्ण कर पंद्रहवें वर्ष में प्रवेश पर धरमजयगढ़ में पत्रकारों का सम्मान समारोह रखा गया था। वहीं रात्रि में ख्याति प्राप्त कविगणों द्वारा काव्य पाठ किया गया। कार्यक्रम की शुभारंभ में अतिथियों द्वारा माता सरस्वती के छायाचित्र के दीप प्रज्वलित कर पूजा अर्चना की गई। कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि रायगढ़ सांसद गोमती साय , विशिष्ट अतिथि टीकाराम पटेल , लीनव राठिया , वीणा विश्वास का जोहार छत्तीसगढ़ परिवार द्वारा पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया। इस अवसर पर जोहार छत्तीसगढ़ के संपादक नारायण बाईन ने कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य लोगों का स्वागत करते हुये बताया कि चौदह वर्ष की इस कठिन रास्ते में आप सभी का प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष सहयोग आशीर्वाद मिला। जिससे ऊर्जा पाकर अनेकों उतार चढ़ाव के बाद भी जोहार छत्तीसगढ़ परिवार आगे बढ़ा है। मुख्य अतिथि सांसद गोमती साय ने जोहार छत्तीसगढ़ के संपादक एवं उनकी टीम को स्थापना दिवस पर बधाई एवं शुभकामनायें दी। वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि पत्रकार देश के चौथे स्तम्भ के रूप में कार्य करता है , जिन्हें अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता। उसके बाद भी वे निडर होकर सच्चाई को लिखते हैं। कमजोर , असहाय , पीड़ित लोगों की आवाज शासन प्रशासन तक पहुंचाते हैं। विशिष्ट अतिथि टीकाराम पटेल ने कहा कि इस छोटे से जगह में लगाया हुआ जोहार छत्तीसगढ़ का पौधा पूरे प्रदेश में अपनी पहचान बना चुका है। सुविधा के अभाव में भी अनवरत चौदह वर्ष पूर्ण करना बहुत बड़ी चुनौती है। लेकिन दृढ़ इच्छाशक्ति होने के कारण यह निरंतर आगे बढ़ते जा रहा है। पटेल ने इसके लिये संपादक एवं उनकी टीम को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं दी। अतिथि वीणा विश्वास ने जोहार छत्तीसगढ़ परिवार को बधाई देते हुये कहा कि यह अखबार छोटे से छोटे समस्या को स्थान देकर शासन प्रशासन तक पहुंचाता है। निष्पक्ष पत्रकारिता के कारण जोहार छत्तीसगढ़ अपनी अलग पहचान बना चुकी है। यह दिनों दिन आगे बढ़ते रहे , जोहार परिवार को पुनः बधाई एवं शुभकामनायें। कार्यक्रम में अतिथि गोकुल नारायण यादव ने कहा कि मैंने जोहार छत्तीसगढ़ को बहुत संघर्ष करते हुये देखा है। इसके संपादक के खिलाफ धरमजयगढ़ थाने में फर्जी एफआईआर भी दर्ज की गई थी , लेकिन बिना डरे संपादक ने उसका सामना किया। जिसका परिणाम है कि आज यह अखबार निडर , निर्भीकता के साथ सच्चाई को लिखते हुये प्रदेश के ज्यादातर जिलों में पहुंच रहा है। संबोधन के पश्चात अतिथियों के हाथों सम्मान पत्र देकर पत्रकारों को सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह के बाद रात्रि में कवि सम्मेलन आयोजित की गई। जिसमें हास्य कवि बंशीधर मिश्रा ने सम्मेलन का संचालन किया। प्रारंभ में नेहा ठेठवार ने माता सरस्वती की वंदना की। मिश्रा ने सम्मेलन के शुरुआत में ही श्रोताओं के चेहरों पर खुशी बिखेर दी। जिसके बाद हीरामणि वैष्णव ने श्रोताओं को खूब हंसाया। तेजराम नायक के श्रृंगार रस की काव्य पाठ ने लोगों को भाव विभोर कर दिया। दाता दीवाना ने लोगों को ठहाके लगाने पर मजबूर कर दिया। राधवेंद्र सिंह ने हास्य एवं श्रृंगार रस की की बेजोड़ मिशाल पेश की , जिससे श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये। अंजुलता अंजू की श्रृंगार रस की प्रस्तुति ने श्रोताओं के मन प्यार की उमंग जगा दी। पुरुषोत्तम ठेठवार ने हास्य रस पस्तुत की। नरेंद्र गुप्ता के वीर रस ने तो श्रोताओं में देशभक्ति की भावना भर दी।