पुरी शंकराचार्य Posted on December 1, 2022December 1, 2022 by प्रकाश कुमार यादव निर्गुण निराकार ब्रह्म का सगुण निराकार और सगुण साकार स्वरूप अवतार है। निर्गुण निराकार ब्रह्म जल / स्थल और नभ में विद्युत् तुल्य है। WhatsApp Facebook 0 Twitter 0 0Shares
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव December 2, 2022 0 उत्पत्ति / स्थिति / संहृति / निग्रह और अनुग्रह लक्षण लक्षित परमात्मा की जगत् कल्याणार्थ विविध अभिव्यक्तियों को देव कहा जाता है।
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव December 15, 2022 0 जागर / स्वप्न तथा सुषुप्तिरूपा निद्रा से विरहित सर्वसंकल्प रहित शिलातुल्य संस्थित आत्माकार जो मन:स्थिति है वह स्वरूप स्थिति है।
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 24, 2022 0 भोग्य वस्तुरूप द्रव्य , द्रव्योपभोग , तजन्य सुख और अविद्या – काम – कर्म जीव के बन्धन में हेतु हैं।