स्वयं अनुशासित रहकर उदाहरण बनें – सरगुजा आईजी 

अरविन्द तिवारी 

मैनपाट/सरगुजा (गंगा प्रकाश) – प्रशिक्षण विद्यालय सेवा शुरुआत की नीव है , यहां से जो भी सीखें उसे पूरे सर्विस काल तक अमल करें। किसी भी सेवा के लिये प्रशिक्षण होना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। जो भी व्यक्ति प्रशिक्षण के दौरान सजग होकर एवं रुचि लेकर काम सीखता है वह किसी भी क्षेत्र में किसी भी प्रकार की कोई चुनौती आने पर उसे आसानी से हल कर सकता है। 

                    उक्त बातें सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राम गोपाल गर्ग ने अपने सेवा काल के महत्वपूर्ण बातो को साझा करते हुये पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय मैनपाट में प्रशिक्षण ले रहे नौजवानों को संबोधन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में आपको आने का मौका मिला है , जिस पर आपको गर्व महसूस करना चाहिये। आप लोगों के द्वारा किसी भी विकट परिस्थितियों में फंसे व्यक्ति की तत्काल मदद कर सकते हैं और पीड़ित को हिम्मत एवं साहस देने के साथ-साथ उसे न्याय भी दिला सकते हैं। पुलिस की वर्दी लोगों को आत्मविश्वास देती है , आपको लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरना होगा।पुलिस के आदर्श वाक्य परित्राणाय साधुनाम को चरितार्थ करना है।आईजी गर्ग ने आगे कहा कि पुलिस का मूल कर्तव्य आपके पास आये , फरियादियों के समस्याओं का धैर्य के साथ सुनना होगा , पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए पुलिस द्वारा किये गये निष्पक्ष जांच के आधार पर ही पीड़ित व्यक्ति को न्याय व आरोपी को सजा मिल सकता है। इसलिये आपको लगन , मेहनत के साथ साथ विशेष रुचि रखते हुये प्रशिक्षण विद्यालय में दिये गये ज्ञान को अर्जित करना बहुत जरुरी है। पुलिस महानिरीक्षक गर्ग ने आगे कहा कि पुलिस लोगों की सुरक्षा एवं सेवा के लिये है। पुलिस की नौकरी आपके केवल अपनी मेहनत से नहीं मिली बल्कि कई पीड़ितों ,असहाय व्यक्तियों की दुआओं का भी बहुत बड़ा योगदान होगा। जरूर किसी पीड़ित व्यक्ति ने भी दुआयें की होगी कि कोई ऐसा व्यक्ति आये जो हमारी मदद कर सके और उसकी दुआओं से आपको यह वर्दी मिली होगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हर व्यक्ति का आत्मसम्मान है उसका सम्मान आपको करना चाहिये। हर व्यक्ति के मानवाधिकारों का सम्मान करना चाहिये। आप युवाओं के रोल मॉडल हैं , इसलिये आपको अपना चाल चलन एवं चरित्र भी उच्च कोटि का रखना होगा जिससे युवा आप का अनुकरण करके आपके जैसा बनने का सपना देख सके ।आपको ऐसे सभी बुराईयों से दूर ही रहना चाहिये जिसको समाज में अच्छी नजर से लोग नहीं देखते हों। आपको अपने से वरिष्ठ लोगों का सम्मान करना वही आपकी स्वभाव , व्यक्तित्व का परिचय कराती है। आईजी गर्ग ने नव आरक्षकों को ये सुझाव दिये कि आपको स्वयं अनुशासित रहना होगा तभी किसी को आप अपना उदाहरण दे पायेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि तनाव से दूर होकर शांत मन से निर्णय लेने से हमेशा सही परिणाम आते हैं , आपको ना केवल शारीरिक रूप से मजबूत बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत होने की जरूरत है।गौरतलब है कि सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक रामगोपाल गर्ग (भा.पु.से.) आज मैनपाट पहुंचे। पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय मैनपाट में सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक राज कुमार मिंज द्वारा पुष्पगुच्छ भेटकर स्वागत और सम्मानित किया गया। इसके बाद उनके द्वारा आईजी गर्ग को प्रशिक्षण लेने प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये कुल 159 नव आरक्षकों के बारे में सामान्य जानकारी से अवगत कराया गया।

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