प्रदेश के सबसे बड़े साइबर फ्राड मामले में केसीजी पुलिस को मिली सफलता

अरविन्द तिवारी 

खैरागढ़ छुईखदान गंडई (गंगा प्रकाश) – एक करोड़ रूपये की लोन दिलाने के नाम पर एवं दिल्ली क्राइम ब्रांच बनकर 4456000 रूपये की धोखाधड़ी करने के प्रदेश के बड़े साइबर फ्राड के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में जिला पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। एसपी द्वारा गठित टीम ने महज एक सप्ताह के अंदर ही प्रकरण का निराकरण कर प्रशंसनीय कार्य किया है।

                               इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुये खैरागढ़ छुईखदान गंडई पुलिस अधीक्षक सुश्री अंकिता शर्मा ने अरविन्द तिवारी को बताया प्रार्थी मोह०जियाउल हक अशरफी पिता मोह० अजिजुल हकीम उम्र 40 वर्ष निवासी ईतवारी बाजार खैरागढ़ ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि इंडिया बुल्स नामक कंपनी के द्वारा दिनांक 14 जनवरी 2021 से लगातार एक करोड़ रूपये लोन दिलाने का झांसा देकर तथा बाद में रूपये वापस दिलाने दिल्ली क्राईम ब्रान्च बनकर विभिन्न बैंको के अलग -अलग खातों में कुल रकम 44,56,000 रूपये जमा कराकर ठगी किया गया है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना खैरागढ़ में अपराध क्रमांक 748/2022 धारा 420 भादवि.66 (डी) आईटी एक्ट कायम किया गया। पुलिस अधीक्षक सुश्री अंकिता शर्मा द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुये स्वयं संज्ञान लेकर अज्ञात आरोपी के मोबाईल नंबर का तकनीकी विश्लेषण कर दिशा निर्देश देने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती नेहा पांडेय एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी खैरागढ़ लालचंद मोहले के मार्गदर्शन में उप-पुलिस अधीक्षक राजेश साहू के नेतृत्व में उनि सतीष पुरिया , सउनि विरेन्द्र चन्द्राकर , प्रधान आरक्षक आशीष वर्मा , आरक्षक शिशुपाल साहू , सत्यनारायण साहू की टीम को नई दिल्ली रवाना किया गया। जहां दिल्ली में आरोपीगण बड़ी चालाकी से दिल्ली के भीड़-भाड़ इलाके में कार पार्क कर बैलेनो कार के अन्दर से कॉल सेन्टर की तर्ज पर ऑपरेट कर लोगो को ठगी का शिकार बनाते थे। केसीजी टीम द्वारा पतासाजी के दौरान आरोपियो के द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले बोलेनो कार क्रमांक डीएल4 सीएजेड 2695 पर संदेह होने पर उसका पीछा कर व्हीकल आईडेन्टी सिस्टम की सहायता से कार से जुड़ी हुई परमानेन्ट नम्बर ज्ञात कर लिंक मोबाईल नंबर से लोकेशन प्राप्त कर कार की घेराबंदी कर उक्त सफलता प्राप्त की गई। क्योकि आरोपियों द्वारा पूर्व में संचालित मोबाईल नंबर को बंद कर दिया गया और बाद की पतासाजी में नया नम्बर ही उपयोगी रहा। जिसके आधार पर पुलिस ने घेराबंदी कर दो आरोपी को पकडा व तीसरे आरोपी तक पहुंचने में पकड़े गये आरोपियों द्वारा तीसरे आरोपी के बताये गये मोबाईल नंबर के लोकेशन के आधार पर पहुंचने में सफलता प्राप्त हुई। उक्त गिरफ्तार तीनो मुख्य आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। मामले में निम्न राशि/संपत्ति बरामद की गई है जिसमें जप्त मोबाईल 12 नग  कीमती 1,00,000 रूपये,नगद राशि 8,02,000 रूपये , सोने की चैन कीमती 1,00,000 रूपये , बैलेनो कार कीमती 8,00000 रूपये , प्रापर्टी का कागजात 27,00000 रूपये सहित कुल कीमत 44,02,000 रूपये एवं 15 बैंक एकाउंट फ्रिज किया गया।पहली बार साइबर ठगी के अपराध में पुलिस द्वारा ठगी की राशि सौ प्रतिशत बरामदगी की गई है। उक्त प्रकरण में तकनीकी कार्य हेतु केसीजी साइबर से सउनि टैलेश सिंह ,सउनि मुक्तेश्वर पुरी गोस्वामी , आरक्षक चन्द्रविजय सिंह , जयपाल केंवट , त्रिभुवन यदु , कमलकांत साहू , विकास सिंह , गंगासिंह वर्मा , राकेश साहू , बुधेश्वर टोन्ड्रे ,रमलेश मंडावी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *