पुरी शंकराचार्य Posted on December 27, 2022December 27, 2022 by प्रकाश कुमार यादव तामस सर्ग की अपेक्षा राजस सर्ग का और राजस सर्ग की अपेक्षा सात्विक सर्ग का अधिक महत्व है , त्रिविध सर्ग की परार्थता भी सिद्ध है। WhatsApp Facebook 0 Twitter 0 0Shares
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव December 15, 2022 0 अभिव्यञ्जक के अधीन अभिव्यंग्य की अभिव्यक्ति होने पर भी अभिव्यञ्जक से अभिव्यंग्य की भिन्नता अवश्य ही सिद्ध है।
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 17, 2022 0 हर देश में / हर काल में / हर परिस्थिति में / हर व्यक्ति के लिये जो सिद्धान्त उपयोगी हो उसी का नाम सनातन सिद्धान्त […]
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव December 20, 2022 0 सत्य / ज्ञान और अनन्त ब्रह्म है। देश / काल / वस्तु – निमित्त से विनष्ट होने वाली वस्तुओं में जिसकी परिगणना नहीं है वह […]