
महेश प्रसाद
कोरिया (गंगा प्रकाश)। नदी में मछली मार रहे ग्रामीण पर हमला कर बाघ ने उसे मौत के घाट उतार दिया. यह घटना मनेंद्रगढ़ वन मंडल के कछौड़ गांव की है. घटना की जानकारी मिलते ही वन अमला मौके पर पहुंच गया है. घटना के बाद ग्रामीणों में भारी दहशत का मौहोल है।
मनेंद्रगढ़ से जनकपुर मार्ग पर कछौड़ गांव स्थित गूंडरु नदी में युवक मछली मारने के लिए गया था. जब काफी देर तक घर नहीं लौटा. तब खोज बीन करने पर नदी किनारे उसका कपड़ा मिला जिसके बाद आसपास तलाश शुरू की. इस दौरान नदी के किनारे युवक का शव क्षत -विक्षत हालत में मिला. घटना स्थल के पास बाघ के पंजे के निशान पाए गए हैं.
मनेंद्रगढ़ वनमंडल के केल्हारी वन परिक्षेत्र में हुई इस घटना से ग्रामीण दहशत में है. आपको बता दें कि केल्हारी वन क्षेत्र में 2 दिन पहले ही बाघ के पैर के निशान देखे गए थे, जिसके बाद वन मंडल के कर्मचारी लगातार इस क्षेत्र में सर्चिंग कर रहे थे. साथ ही ग्रामीणों को भी शाम के बाद घर से नहीं निकलने की हिदायत दी जा रही थी.
जनकपुर क्षेत्र में आदमखोर तेंदुए द्वारा 3 लोगों के मारे जाने के बाद वन अमले ने भारी मशक्कत कर तेंदुए को पिंजरे में बंद कर लिया था, जिससे वहां के लोगों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन एक बार फिर वन परिक्षेत्र में बाघ की आमद से ग्रामीण लोगों में दहशत है.