बड़ी हादसा होने के बाद भी नहीं सुधार रहा सन साइन स्कूल के संचालक 

सन साइन स्कूल वेन में जानवारो की तरह ढोया जा रहा बच्चों को

करन अजगल्ले

मालखरौदा (गंगा प्रकाश)।- ग्राम पंचायत भांटा में संचालित सन साइन स्कूल के संचालक की लापरवाही जारी है। इसके पहले भी संचालक की लापरवाही से बढ़ा हादसा हो चुका है, इसके बावजूद भी संचालक सुधरे का नाम नहीं ले रहा है। संचालक द्वारा पुनः लापरवाही करते स्कूल वेन क्षमता से अधिक बच्चो को छोटी वेन में बच्चों को जानवारों लादकर स्कूल लाया लेजाया जा रहा है और दुर्घटना को न्यौता देकर बच्चो के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं। 

विदित हो कि मालखरौदा ब्लॉक अंतर्गता ग्राम पंचायत भांटा में संचालित सन साइन स्कूल लापरवाही करते हुए स्कूल वेन चालने की बड़ी जिम्मेदारी नाबालिग हो दे दिया था। नाबालिग चालक द्वारा वेन को तेज रफ्तार चलाया गया जिस वजह से वेन अनियंत्रित होकर पलट गई और जोरदार हादसा हो गया था, जिससे वेन में सवार लगभग 20 बच्चे मरते मरते बचे थे। हादसे में दर्जन भर बच्चे घायल हुए थे। वहीं 5 बच्चों को गंभीर चोट लगी थी, जिसमें से दो बच्चों का कंधा टूटा गया था। इतनी बड़ी हादसा होने के बाद भी संचालक नही सुधार रहा है। उनके द्वारा फिर से वहीं लापरवाही को जा रही है और बेखौफ होकर स्कूल वेन में जनवारों की तरह 15 से 20 बच्चों को स्कूल ले जाया जा रहा है और दुर्घटना को न्यौता देकर बच्चो की जान से साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। सन साइन स्कूल संचालक की ऐसी लापरवाही के नाराज पालकों सहित क्षेत्र वासियों ने जिम्मेदार विभाग को ऐसे संचालक के खिलाफ जांचकर उचित कार्रवाई की मांग कर रहे है। 

सन साइन स्कूल के खिलाफ जल्द हो सकती है बड़ी कार्रवाई 

पिछले माह में दिनांक 24 फरवरी को सन साइन स्कूल का वेन चालक की लापरवाही से दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जिसमे संचालक की कई बड़ी लापरवाही सामने आई थी। जिसके बाद डीईओ द्वारा जांच टीम गठित कर सन साइन स्कूल के खिलाफ जांच करवाया गया है। हालांकि अब तक लापरवाह स्कूल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किया गया है, फिर भी संचालक नही सुधार रहा है, ऐसे में जल्द ही सन साइन स्कूल के खिलाफ बड़ी कार्यवाही हो सकती है।

बिना पंजीयन कराया स्कूली वाहन के रूप में कर रहा निजी वाहन का उपयोग

सन साइन स्कूल संचालक द्वारा जिन वाहनों का उपयोग बच्चो को लाने लेजाने में किया जा रहा है, उन वाहनों का पंजीयन भी नहीं कार्य गया है, जबकि चारपहिया वाहन से स्कूली बच्चो को लाना ले जाना करना है तो कमर्शियल के रूप में आरटीओ में पंजीयन करवाना होता है। इसके अलावा वाहन का रंग पीला होना चाहिए और शासन के निर्धारित गाइडलाइन करना होता है, लेकिन सन साइन स्कूल में इन सभी नियम का धज्जियां उड़ाई जा रही है।

नही होती कार्यवाही, निजी स्कूल संचालकों के हौसले बुलंद है।

आपको बता दे कि सन साइन स्कूल के अलावा क्षेत्र में और कई निजी स्कूल संचालको द्वारा शासन की नियम कानून को ठेंगा दिखाते हुए निजी वाहन को स्कली वाहन के रूप संचालन कर रहे है। इसके अलावा स्कूली वाहन के लिए शासन द्वारा जो गाइडलाइन निर्धारित किया गया है, उसका भी पालन नहीं कर रहे है, लेकिन ऐसे संचालकों के खिलाफ अब तक विभाग की ओर से कोई कार्यवाही नही होने की वजह से इन संचालकों के हौसले बुलंद है। क्षेत्र में संचालकों द्वारा बेखौफ होकर शासन के नियमो का उल्लंघन करते हुए वाहनों को स्कूली वाहन की तरफ उपयोग कर रहे है। जब तक इन संचालकों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही नही होती तब तक क्षेत्र के निजी स्कूल संचालकों की मनमानी जारी ही रहेगी । उदाहरण के तौर पर सन साइन स्कूल को देखा जा सकता है, जो बड़ा हादसा होने के बाद भी नही सुधार रहा है ।

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