छत्तीसगढ़ कोयला घोटाले में ईडी का एक्शन:कलेक्टर रानू साहू समेत विधायकों के जेवरात, कार और 51 करोड़ कुर्क

प्रकाश कुमार यादव 

रायपुर (गंगा प्रकाश):  छत्तीसगढ़ में ईडी ने कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव और चंद्रदेव प्रसाद राय, आईएएस रानू साहू व कोल परिवहन उगाही कांड में फंसे सूर्यकांत तिवारी की 51.40 करोड़ रुपये से ज्यादा की चल-अचल संपत्ति अटैच कर दी है। इसे मिलाकर कोल उगाही कांड में अब तक 221.5 करोड रुपए से अधिक की चल-अचल संपत्ति अटैच की जा चुकी है। अटैच की गई संपत्तियों में भूमि, भवन, लग्जरी गाडिय़ां, बड़ी तादाद में नकद रकम व जेवरात शामिल है।

प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी ने आज अपने ट्वीट में इस बात की जानकारी दी है कि मनी लांड्रिंग मामले में 51.40 करोड़ की संपत्ति कुर्क करने के साथ ही अब तक इस मामले में करीब 221.5 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की जा चुकी है। इनमें से कुछ आरोपी जेल में बंद हैं और कुछ से ईडी की पूछताछ जारी है।

दूसरी ओर आज ईडी ने रायपुर के सदर बाजार और शैलेंद्र नगर में दबिश दी, कारोबारी रवि बजाज और ट्रांसपोर्टर अरविंद सिंह के यहां पहुंची थी टीम। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अब हवाले की भी एंट्री हो गई है। ईडी की टीम ने नेहरू नगर भिलाई, राजधानी के शैलेन्द्र नगर और सदरबाजार में दबिश दी है। इसमें नेहरू नगर के ठिकाने पर तो ईडी सशस्त्र महिला जवानों को साथ लिया है।

कोयला घोटाले में ईडी की बड़ी कर्रवाई

दरअसल मंगलवार को ईडी ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके ये जानकारी दी है. ईडी ने संपत्ति कुर्क मामले में कुछ तस्वीर भी जारी किया है. इसमें सोने ज्वैलरी, जमीन, बिल्डिंग और लक्जरी कार की तस्वीर जारी की है. इसके बाद राज्य में एक बार फिर कोयला घोटाले मामले में चर्चा तेज हो गई है. आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में पिछले साल 11 अक्टूबर को ईडी ने दस्तक दी थी. इस दौरान तत्कालीन रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू के बंगले में ईडी ने दबिश दी थी. इसके अलावा कांग्रेस के कई नेताओं और कोयला कारोबारी के यहां ईडी ने रेड किया था.

मुख्यमंत्री सचिवालय की अफसर सौम्या चौरसिया पहले से ही गिरफ्तार

इसके अलावा रायपुर में एक बड़े आईएएस अफसर सस्पेंड आईएएस समीर विश्नोई के यहां भी रेड की कार्रवाई की गई थी. इसके बाद ईडी ने समीर विश्नोई और 3 कारोबारियों को गिरफ्तार कर लिया था. इसमें कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल को ईडी का नाम शामिल है. इसके बाद दिसंबर 2022 में मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ अफसर सौम्या चौरसिया को भी ईडी ने गिरफ्तार किया है. इसके बाद से अबतक लगातार ईडी की कार्रवाई चल रही है. लेकिन अब ईडी कोयला ट्रांसपोर्टिंग के बाद शराब कारोबार में गड़बड़ी की कार्रवाई कर रही है.

500 करोड़ रुपए के घोटाले का ईडी ने किया है दावा

गौरतलब है कि कोयला घोटाले में ईडी ने कोर्ट में पेश किए रिमांड आवेदन में दावा किया है कि कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने अधिकारियों की मदद से 16 महीनों में 500 करोड़ रुपए की अवैध कोयला लेवी जुटाया है और इस अवैध पैसे को चुनावी फंडिंग और अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए इस्तेमाल किया गया. इसके लिए कोयला के ट्रांसपोर्टिंग में प्रति टन 25 रुपए का अवैध लेवी लगाया गया था.इसके लिए शासकीय नियमों में ढिलाई देने के लिए सस्पेंड आईएएस समीर विश्नोई पर लगाया गया था. इसके लिए ईडी ने कहा था कि समीर विश्नोई को इस काम के लिए 50 लाख रुपए ट्रांसफर किया गया था।

ईडी की छापेमारी के बीच IAS अधिकारी जेपी मौर्य का मैसेज हुआ था वायरल

बताते चले की छत्तीसगढ़ में ईडी की जब से छापेमारी शुरु हुई है, तभी से सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें भी तैर रही थी। खासकर ईडी के जद में आए कुछ अधिकारियों को जोड़कर सोशल मीडिया में बड़ी तेजी से अफवाहें भी वायरल हो रही थी। इसी वायरल होती खबरों को लेकर आईएएस जेपी मौर्य ने एक मैसेज जारी किया था।

उन्होंने इस बात की भी चेतावनी दी थी कि बिना तथ्यों की पड़ताल किए ही, बदनाम करने की नियत से चलाई जा रही खबरों को लेकर वो मानहानि का मुकदमा करेंगे। जेपी मौर्य की तरफ से एक मैसेज भी जारी किया गया था, फेक न्यूज़ प्रसारित करने वालों को ऐसे कामों से बाज आना चाहिए। खनन निदेशक जयप्रकाश मौर्य ने कहा था कि कुछ न्यूज़ पोर्टल गलत नियत से उन्हें और उनकी पत्नी रानू साहू को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि फर्जी और शरारती खबरें फैलाने की कोशिश करने वालों को ऐसे कारगुजारियों से बाज आना चाहिए। उन्होंने मीडिया से अनुरोध किया था कि केवल तथ्यात्मक खबरें ही प्रसारित करें। 

ईडी की कार्यवाही को लेकर प्रदेश के पूर्व मंत्री, राजेश मुड़त ने राज्य सरकार पर साधा निशाना,बोले छत्तीसगढ़ को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दी कांग्रेस सरकार

छत्तीसगढ़ सरकार के पूर्व मंत्री,प्रदेश भाजपा प्रवक्ता राजेश मुड़त ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने कभी भी भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की कोशिश नही की, नाही विपक्ष द्वारा उठाये गये मामलो को संज्ञान में लिया उन्होंने कहा कि हमने  चावल के विषय को उठाया हमने राशन के दुकानो की गड़बड़ी को भी उठाया हमने प्रधानमंत्री जी द्वारा 5 किलो चावल देने की गड़बड़ी भी उठाया हमने यही नही किया हमने खनिज माफियाओं की गड़बड़ी का मामला उठाया जब ईडी के माध्यम से परत दर परत खुलती जा रही है समस्त जानकारी ईडी द्वारा एकत्रित की गई खनिज मामले में किन किन लोगों से लेंनदेन हुआ आदान प्रदान हुआ आधे से ज्यादा लोग जेल में हैं,और कुछ लोगों पर कार्यवाही चल रही है ।

 उसी प्रकार से प्रदेश में अवैध दारू का निर्माण सरकार की दुकानों पर अवैध दारू के दुकानों जो सरकार संचालित कर रही है अवैध काउंटर उस पर अवैध दारू जिसपर सरकार का होलिग्राम नहीं जिससे राजस्व का नुकसान सुर्खियां बनी हुई है अखबारों में समाचार पत्रों में एक दुकान में दो काउंटर चल रहें हैं,लगातार ये बातें समाचार पत्रों में मीडिया बोल रही है,विपक्ष बोल रहा है तब भी सरकार ने इन बातों को संज्ञान में नही लिया जब ईडी ने रेड मारी जब ईडी ने ट्रांजेक्शन पकड़ा करोड़ों अरबों की लेनदेन हुई है, जब परते दर परते खुलती जा रहीं हैं जब शराब की दुकानों पर ईडी रेड मारती है तो शराब दुकानों पर दो प्रकार की दारू दो प्रकार के काउंटर पकड़े जातें हैं तब समाचार की सुर्खियां बनती हैं,उसके बाद से लगातार अधिकारियों से पूछताछ करती है ईडी के लोग जब इनके तथ्य मिलते हैं तो सिंडिकेट का संचालन कौन करता है कागज मिलते हैं तथ्य मिलतें हैं उजागर होतें है उसके बाद भी मुख्यमंत्री जी बोलते है भ्रष्टाचार नही हुआ है माननीय मुख्यमंत्री जी आप ने साढ़े चार साल में छत्तीसगढ़ को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया।

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