
डम्प रेत पर आखिर कब होगी कार्यवाही?
हरदीप छाबड़ा
अम्बागढ़ चौकी (गंगा प्रकाश)- कान्हे धानापायली शिवनाथ नदी के तट से लंबे समय से चल रहे अवैध रेत तस्करी की खबरे लगातार सुर्खियों में आने के बाद आखिरकार तहसीलदार द्वारा संज्ञान में लेकर नदी से रेत चोरी में लगे दो माजदा व एक ट्रैक्टर पर कार्यवाही कर थाना पहुँचा दिया गया लेकिन रेत माफियाओ के हौसले इतने बुलंद हो चले है कि कार्यवाही के दूसरे दिन से फिर रेत की चोरी में लग चुके है जिसे देख कर लगता है कि रेत माफियाओं को प्रशासनिक कार्यवाही से डर नही लगता क्योकि इस तरह के काम कर रहे लोगो को पता होता कि आज नही तो कल थोड़ा जुर्माना देकर गाड़ी छूट जाएगी और होता भी कुछ ऐसा ही है।इसलिए इस तरह के कार्य मे लिप्त लोग बिना किसी डर व भय के निरंतर चोरी जैसे कार्य को अंजाम दे रहे है।
रेत चोरी किये जाने वाला मामला सुर्खियों में आने के बाद तहसीलदार द्वारा तीन गाड़ियों पर कार्यवाही की गई जबकि माफियाओं के द्वारा लगभग सैकड़ों ट्रिप रेत डम्प कर रखा गया है जिसे अब रेत माफिया धीरे धीरे बेचने में लग गए है। लोगो के मन अब यह सवाल उठने लगा है कि जब समय निकालकर साहब आये ही थे तो लगे हाथ डम्प रेत पर भी कार्यवाही करते जाते क्योकि अब जब तक आप आएंगे रेत रहेगी या नही इसकी ग्यारंटी नही है।
लोगो के द्वारा बताया गया कि नदी से चोरी कर निकाली गई रेत को चार हजार रुपये ट्रिप के भाव से बेचकर रेत माफिया अपनी जेब भरने में लगे हुए है जिससे राजस्व को नुकसान तो हो ही रहा है साथ मे रेत के महंगे दाम होने से प्रधानमंत्री आवास बना रहे कई सारे गरीब मजदूर हितग्राहियों के मकान अधूरे पड़े है तो वही बहुत से लोग अपना घर बनाने महंगे दाम में रेत लेने मजबूर है।