अंजू का बैलन से बैट तक सफर

गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड मे शामिल हुई

रिसाली महापौर ने मुलाकात कर बधाई दी

रिसाली (गंगा प्रकाश)।अंजू साहू अध्यक्ष एवं संस्थापिका शक्ति प्रवाह उड़ान एक मंजिल ने आज अपनी सोच और मेहनत से यह मुकाम हासिल किया हैः उन्होंने बहुत मानसिक और शारीरिक दोनों तरह की संघर्ष करके किया और आगे बढ़ने का सपना पूरा किया। अंजू साहू ने बताया कि 40 की उम्र में जहां महिलाएं स्वयं को जीवन अंतिम पड़ाव जैसा महसूस करती है और गृहस्थ जीवन चौका चुल्हे तक सीमित कर लेती और शारीरिक परेशानी से भी झुझती उस उम्र में गृहणी यों को क्रिकेट जैसे खेल के लिए आगे लाना बहुत बड़ी बात है। परंतु आज गृहणी या अपने आपको एक क्रिकेटर के रूप में स्थापित कर चुकी है। शुरुआत 4 टीम से हुई थी। आज महिलाओं की 20 टिम से अधिक है। महिलाओं को बीच-बीच में क्रिकेट का प्रशिक्षण भी दिया गया। जिससे उनका खेल और बेहतर होते हैं ।आज महिला क्रिकेट एक मुख्य खेलमें शामिल हो चुका है।और गृहणी ओं में नया जोश जुनून पैदा किया । स्वयं को फिट रखने के लिए उन्हें एक नया आयाम मिला ।मुखिया होने के नाते हमने रोजगार के क्षेत्र में भी बहुत से कार्य किए। मन में जज्बा हो तो कोई भी कार्य उम्र के किसी मोड़ पर भी किया जा सकता है। गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड ने हमारे कार्यों को सराहा ।यह सिर्फ अवार्ड नहीं है ।बल्कि उन तमाम महिलाओं और बहनों को समर्पित करती हूं। जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया और मेरा साथ दिया ।जिसकी वजह से हम विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ पाए।यह अवार्ड एशिया हेड डॉ मनीष बिश्नोई के द्वारा प्रदान किया गया। मैं उन सभी का धन्यवाद भी करना चाहती हूं जिन्होंने मेरा साथ दिया और नहीं भी दिया। मैं अपनी संस्था की सभी बहनों का भी धन्यवाद करना चाहती हूं। जो हमेशा मेरे साथ खड़े रहे। नगर पॉलिक निगम रिसाली की महापौर श्रीमतीं शशि सिन्हा ने अंजू से मुलाकात करके बधाई दी।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *