
करन अजगल्ले
सक्ती /डभरा(गंगा प्रकाश)। । ग्राम प्रधान कहलाने वाला हमारा भारत देश जहा की अधिकतम जनता ग्रामों में निवास करती है इसी देश का एक प्रदेश छत्तीसगढ़ जिसे धान का कटोरा कहा जाता है जहा की अधिकतम जनता भी गांवों में निवासरत है ऐसे में ग्राम पंचायतों के विकास के लिए प्रदेश सरकार विभिन्न योजनाएं बनाती है तरह तरह की योजनाओं से राशि जारी कर विकास की ओर गांवों को लेके जाने की प्रयास करती है ऐसे में जब जनता द्वारा विश्वास कर अपने लिए चुने गए प्रतिनिधि जिसे ग्राम के प्रथम नागरिक की दर्जा प्राप्त होता है वही इस विश्वास और सरकार के पैसों का उपयोग अपने जेब भरने में कर दे तो आखिर उस गांव और प्रदेश की उन्नति की कल्पना कैसे की जाए ये सोचने वाली बात हो जाती है ऐसे ही एक कारनामा हमे सक्ती जिले के डभरा जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत खैरा में देखने को मिल रहा है जहा छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण क्षेत्र विकास प्राधिकरण योजना से गांव के रामसागर तलाब के किनारे एक सीसी सड़क का निर्माण अपने जेब भरने के लिए करते नजर आ रहे हैं जहा निर्मित सड़क की हालात बहुत कुछ बयां कर रही है।

गुणवत्ता हीन मटेरियल का उपयोग कर नियम विरुद्ध बनाया गया है सड़क….
जब सड़क निर्माण के एक माह पूरे नहीं होने के बावजूद यदि वह टूटने लग रहे तो उसे आखिर क्या समझा जाए यह समझा जा सकता है बता दे की इस सड़क के निर्माण कार्य प्रारंभ 17/06/2022 को किया गया था जो की काफी लंबे समय के बाद जहा ताहा 02/05/2023 को पूर्ण हों सका है ऐसे में जब बनने की एक माह बाद ही सड़क पर दरारे देखने मिले तो उससे उसकी गुणवत्ता साफ साफ देखा या समझा जा सकता है ग्रामीणों का आरोप है की ग्राम के सरपंच द्वारा इस सड़क निर्माण में गुणवत्ता हीन और घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है और इस सबके साथ बनाने वाले सड़क की मोटाई में काफी ज्यादा अंतर देखने को मिल रहा है जहा स्टीमेंट के अनुसार न निर्माण कार्य करके पैसे की बचत करके अपने जेब भरने में उपयोग किया जा रहा है।

ग्रामीणों ने जनपद पंचायत में किया लिखित शिकायत….
ग्राम पंचायत खैरा के सरपंच सचिव के इस कारनामा को लेकर ग्राम पंचायत खैरा के ग्रामीणों ने इसकी शिकायत लिखित रूप से जनपद पंचायत डभरा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पास लिखित रूप से दर्ज कराया है मगर अभी तक इस संबंध में कोई कार्यवाही या जांच नही हो पाई है अब देखना होगा कि आखिर समाचार प्रकाशन के बाद कोई कार्यवाही होती है कि नही।