
फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। प्रारंभ से कांग्रेसी गांव कहे जाने वाले विकासखंड के ग्राम तर्रा में आज 300 कांग्रेसियों ने ग्राम के जनपद सदस्य सभापति संतोष सेन को कांग्रेश पार्टी से त्यागपत्र देकर अंचल की राजनीति में भूचाल ला दिया है। जनपद पंचायत सदस्य संतोष सिंह गत दिनों ग्राम तर्रा से कोपरा मुख्य सड़क की वर्षों पुरानी बहुप्रतीक्षित मांग को लेकर ग्रामीणों के साथ को प्रमुख सड़क पर चक्का जाम किया था। लगभग 1500 से 2000 की भीड़ के साथ प्रदर्शन में विधायक अमितेश शुक्ला के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई थी। जिला कांग्रेस कमेटी गरियाबंद द्वारा इस आंदोलन में सक्रिय भागीदारी एवं पार्टी तथा विधायक के विरुद्ध नारेबाजी करने संतोष सेन को 14 जून को कारण बताओ नोटिस दिया और 7 दिवस के भीतर जवाब देने कहा। संतोष सेन सभापति जनपद पंचायत फिंगेश्वर ने आज प्रतिनिधि से चर्चा करते हुए कहा कि वह ग्राम आंदोलन के ग्रामीणों की मंशा और पिछले अनेक वर्षों से की जा रही कोपरा तर्रा रास्ता के लिए ग्राम एवं क्षेत्र की आत्यश्यक जरूरत के लिए राजनीति से ऊपर उठकर ग्राम एवं ग्रामीणों के हित के लिए किया जा रहा था। इसमें कहीं भी राजनीति नहीं थी। भीड़ में सांसद विधायक आदि के विरुद्ध ग्रामीण नारे लगा रहे थे। इसमें मेरा कोई व्यक्तिगत हस्तक्षेप अथवा रुचि नहीं थी। क्षेत्र का जनपद सदस्य होने के कारण मैं ग्रामीणों के साथ आंदोलन में उपस्थित था। मैंने पार्टी द्वारा दिए गए कारण बताओ नोटिस का जवाब अब तक नहीं दिया है। आज ग्रामीणों ने प्रशासनिक महामंत्री ओकार ठाकुर को लगभग 300 कांग्रेसी कार्यकर्ताओं से हस्ताक्षरित दिया है। जिला अध्यक्ष भावसिंह के नाम संबोधित त्यागपत्र में कांग्रेसियों ने संतोष सेन को कांग्रेस से 6 साल के लिए निष्कासित किए जाने के विरोध में त्यागपत्र दिया है। त्यागपत्र में हस्ताक्षर करने वाले प्रमुखों में सिकंदर बंजारे सरपंच प्रतिनिधि, लीला राम साहू बूथ अध्यक्ष, पुनीत राम साहू सेक्टर समन्वयक, नेतराम साहू गौठन अध्यक्ष, धनजी पुरैना बुथ अध्यक्ष, रिपु सुंदर निर्मलकर युवा मितान, लता साहू पंच, विमला साहू उपाध्यक्ष, पीली बाई, बबीता सेन, चम्पेश्वर तारक सहित 300 से ज्यादा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हस्ताक्षर हैं।