बारिश के मौसम में जहरीले जीव जंतुओं से बचाव के लिए रहे सतर्क, जमीन पर सोने से बचे: कलेक्टर श्री छिकारा

चौबीस घंटे सक्रिय बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष शुरू

बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित होने पर फोन नंबर 07706-241288 पर कॉल करके दे सकते हैं सूचना

बाढ़ से सुरक्षा के लिए आवश्यक व्यवस्था करे दुरुस्त

कलेक्टर आकाश छिकारा ने बाढ़ आपदा प्रबंधन समिति की बैठक लेकर दिए निर्देश


गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। कलेक्टर आकाश छिकारा ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में बाढ़ आपदा प्रबंधन समिति की बैठक ली। उन्होंने वर्तमान बारिश के मौसम को देखते हुए अत्यधिक जल भराव वाले जगहों का चिन्हांकन कर बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए पूर्व तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। साथ ही वनांचलों के गांवों में रहने वाले लोगों को बाढ़ के अलावा जहरीली जीव-जंतुओं से भी सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि बारिश के मौसम में सांप, बिच्छु एवं अन्य जहरीले कीटो का प्रकोप बढ़ जाता है। पानी जमा होने के कारण बिलो में रहने वाले जीव-जन्तु बिल से निकलकर बाहर विचरण करने लगते है। इनसे बचाव के लिए सुरक्षित दूरी बनाये रखे। साथ ही वनांचल क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीण जमीन में सोने से बचे। इसके अलावा मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग करे। कलेक्टर ने सांप, बिच्छू के काटने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में संपर्क कर इलाज करवाने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में एन्टी स्नैक वेनम उपलब्ध है। साथ ही अन्य जरूरी दवाईयां भी उपलब्ध है। जिससे मरीजों के इलाज में अव्यवस्था नहीं होगी। कलेक्टर ने जहरीले जीवों के काटने पर किसी प्रकार के झाड़-फूंक में समय व्यर्थ न करते हुए तत्काल स्वास्थ्य केन्द्रों में जाकर चिकित्सकीय परामर्श लेने की भी अपील जिलेवासियों से की है। बैठक में राजस्व, पुलिस, जिला सेनानी, जल संसाधन, स्वास्थ्य, नगरीय निकाय, वन विभाग एवं पीएचई विभाग के अधिकारीगण मौजूद रहे।

अत्यधिक जल भराव एवं बाढ़ की सूचना फोन नम्बर 07706-241288 पर देवें – 

जिले में बाढ़ आपदा नियंत्रण के लिए जिला स्तरीय कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गई है। कन्ट्रोल रूम संयुक्त जिला कार्यालय गरियाबंद के कक्ष क्रमांक 01 में स्थापित है। जिले में कहीं भी अत्यधिक जल भराव एवं बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित होने पर फोन नम्बर 07706-241288 पर फोन करके सूचना दे सकते हैं। नियंत्रण कक्ष चौबीस घंटे कार्यशील है। इसमें तीन शिफ्टों में तीन-तीन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। नियंत्रण कक्ष में किसी भी प्रकार के आपदा की सूचना प्राप्त होने पर समय रहते राहत की कार्यवाही की जायेगी।
कलेक्टर श्री छिकारा ने बाढ़ आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में बाढ़ से निपटने सभी जरूरी तैयारियां पहले से सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने पूर्व में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की पहचान कर वहां जान-माल की सुरक्षा के लिए अभी से सभी तैयारियां दुरूस्त करने के निर्देश दिये। साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के सभी गांवों में शिविर एवं ठहरने की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। जिससे आपातकालीन स्थितियों में लोगों का बचाव किया जा सके। उन्होंने जल संसाधन विभाग को बांध से नदी में जल छोड़ने की पूर्व सूचना सभी प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को देने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डॉक्टरों व दवाईयों की उपलब्धता, डायरिया एवं मलेरिया से बचाव की दवाईयां एवं जागरूकता तथा मेडिकल टीम की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू टीम, तैराक, नाव, टॉर्च, बूट, वाहन, लाईफ जैकेट एवं रस्सी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश जिल सेनानी को दिये। कलेक्टर ने बाढ़ प्रभावित एवं पहुंच विहीन क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में राशन भण्डारण एवं वितरण भी सुनिश्चित करने के निर्देश खाद्य विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल की व्यवस्था एवं साफ पानी के लिए आवश्यतानुसार ब्लीचिंग पाउडर की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिये।

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