
फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा द्वारा लंबित महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता सहित अन्य प्रमुख मांगों को लेकर 7 जुलाई की पूरे प्रदेश में सामूहिक अवकाश लेकर सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए जंगी प्रदर्शन किया जाएगा। कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोजक ने बताया कि कर्मचारी जगत में महंगाई भत्ता एवं गृह भाड़ा को लेकर लगातार संघर्ष किए हैं। बावजूद सरकार कर्मचारी के मांगों को अनदेखा कर कर्मचारी जगत को झुनझुना पकड़ाया है। गत वर्ष भी लंबी लड़ाई लड़ने के बाद भी निराशा हाथ लगी सरकार 2018 महंगाई भत्ते जैसे प्रमुख मांगों को दरकिनार किया है। महंगाई भत्ता देय तिथि से ना देकर घोषित से देने की परंपरा प्रारंभ हुई जिससे कर्मचारियों को लाखों रुपए का नुकसान निरंतर उठाना पड़ रहा है। आज भी हम केंद्र सरकार से 9% महंगाई भत्ता में पीछे हैं। वहीं गृह भाड़ा भत्ता सातवें वेतनमान के अनुरूप नहीं दिया जा रहा है। कर्मचारी की प्रमुख मांगों के छठवें वेतनमान के आधार पर दे रहे गृह भाड़ा भत्ता को सातवें वेतनमान के आधार पर पुनरीक्षित करने राज्य के कर्मचारियों एवं पेंशनरों को केंद्र के समान ही महंगाई भत्ता भुगतान करने प्रदेश के कर्मचारियों के विभिन्न मांगों को लेकर गठित पिंगुआ कमेटी एवं सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव की अध्यक्षता में वेतन विसंगति हेतु गठित समिति की रिपोर्ट को सर्वजनिक करने कांग्रेसी पार्टी के जन घोषणा पत्र के क्रियान्वयन हेतु राज्य के समस्त कर्मचारियों का चार स्तरीय वेतनमान 8,16, 24 एवं 30 वर्ष की सेवा अवधि उपरांत करने अनियमित संविदा एवं दैनिक वेतन भोगियों वेतन कर्मियों को नियमित वेतन नियमित करने पुरानी पेंशन का लाभ दिलाने हेतु प्रथम नियुक्ति तिथि सेवा से गणना करने आदि मांग शामिल है।