समान नागरिक संहिता कानून डॉक्टर अंबेडकर रचित संविधान के विरुद्ध है – कांग्रेस

गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भाव सिंह साहू ने कहा कि देश की ज्वलंत समस्या महंगाई व बेरोजगारी जैसे बुनियादी मुद्दों से देशवासियों को भटकाने के लिए समान नागरिक संहिता कानून को भाजपा द्वारा षड्यंत्र पूर्वक लाया जा रहा है। भारतवर्ष में विभिन्न धर्म एवं संप्रदाय से जुड़े लोग रहते हैं। इन संप्रदाय के नियम कायदे और सामाजिक मान्यताएं व रीति-रिवाजों को रोक पाना संभव नहीं है। ऐसे में पिछले 9 वर्षों से लगातार अजा अजजा व अल्पसंख्यक समुदाय को भाजपा किसी न किसी रूप से प्रताड़ित कर उन्हें देश में दूसरे दर्जे का नागरिक बनाने का कुछ प्रयास कर रही है।

जनपद पंचायत फिंगेश्वर की अध्यक्ष पुष्पा जगन्नाथ साहू ने कहा की सालों से लंबे समय संघर्ष और त्याग के बाद दलित, आदिवासी, पिछड़े और अल्पसंख्यक को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के कठिन संघर्ष और जीवन मरण के बाद संवैधानिक रूप से देश में समानता का अधिकार दिलाया तथा अपने धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को पूर्ण करने का अधिकार दिलाया। भाजपा समान नागरिक संहिता के बहाने आदिवासी प्रथागत कानूनों का कास्तकारी और संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम विल्कीसन नियम, पेशा कानून, पांचवी अनुसूची क्षेत्र के नियमों आदिवासियों के विवाह और तलाक कानूनों को खत्म करने की साजिश कर रही है।

जिला पंचायत की सभापति श्रीमती मधुबाला रात्रे ने कहा कि भाजपा पूर्ण रूप से आरक्षण विरोधी है। इसका सबसे पुख्ता उदाहरण यह है कि वह निजी करण बढ़ावा देना आरक्षण समाप्त करने के इरादे से भाजपा सरकारी उपक्रमों का विलय निजी क्षेत्र में कर रही है। गौरतलब है कि निजी क्षेत्रों पर आरक्षण का मसला कि खत्म हो जाएगा। इससे आरक्षित वर्गों की स्थिति पूर्व की तरह हो जाएगी जहां तक धारा 370 हटाने का भाजपा श्रेय ले रही है। कांग्रेस प्रतिनिधियों ने कहा कि अभी तक सुनवाई कोर्ट में प्रारंभ नहीं हुई है। तथा संसद में तीन तलाक कानून पास होने श्रेय भाजपा लेने का प्रयास कर रही है। उल्लेखनीय है कि संसद में कानून पास होने से 3 माह पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक का अवैध घोषित कर दिया था।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *