
फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। दिगंबर जैन मुनि आचार्य कामकुमारा नंदी महाराज कि कर्नाटक के बेलगाम जिले में की गई निर्गम हत्या से पूरा जैन समाज ना सिर्फ हतप्रभ एवं दुखी है। वरन अहिंसा को ही अपने संपूर्ण जीवन एवं दैनिक जीवन में भी हर क्षण प्रतिबिंबित करने वाले जैन आचार्य कि इतने विभक्त ढंग से हत्या होने पर व्यथित है। फिंगेश्वर जैन समाज के सरक्षण धरमचंद लुनिया एवं अध्यक्ष अरेंद्र पहाड़िया ने भारी मन से इस कांड की अंतरात्मा से निंदा करते हुए कहा कि मामले की त्वरित एवं गहन जांच कर दोषियों पर कठोर कार्यवाही करने की जानी चाहिए। ताकि आजीवन अहिंसा के मार्ग में चलते हुए लाखों लोगों को अहिंसा के प्रति प्रेरित करने वाले आचार्य की इस प्रकार निर्गम हत्या का खुलासा हो। उपाध्यक्ष निर्मल चोपड़ा अभिषेक दुग्गड़, कोषाध्यक्ष विमल पगारिया सह सचिव भरत बंगानी नेमीचंद गोलछा, मूलचंद जैन मेघराज चोपड़ा ने कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार जैनाचार्य कि कर्नाटक में हत्या न सिर्फ निंदनीय बल्कि अहिंसा के मार्ग में चलने वाले के लिए कुठाराघाट है। महिला मंडल की राखी चोपड़ा, अनिला पहाड़िया, पम्मी पगारिया, पुजा पहाड़िया, प्रभा गोलछा,सोनल चोपड़ा, आदिती पहाड़िया, आशा गोलछा,मुस्कान चोपड़ा, लक्ष्मी चोपड़ा, शोभा चोपड़ा के साथ साधू विहार संघ के गौरव चोपड़ा, अंकित पहाड़िया, अंकुर पहाड़िया, शुभम गोलछा, धीरज गोलछा, सागर चोपड़ा, ऋषभ गोलछा, धीरज चोपडा ने इस घटना को काफी दुखद बताते हुए कहा कि समय आ गया है कि सभी जैन एकजुट होकर दिगंबर श्वेतांबर का भेद मिटाकर जैनत्व की रक्षा के लिए जुट हो जाएं। जैन समाज ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के साथ-साथ देश के प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति से जैनाचार्य की हत्या एवं राष्ट्रपति से जैनाचार्य की हत्या की निष्पक्ष एवम तत्काल उचित जांच कराने की मांग की है।