
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। पूर्व सांसद एवं भाजपा के पिछड़ा वर्ग राष्ट्रीय प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष चंदूलाल साहू ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर झूठ बोलकर छत्तीसगढ़ की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने चर्चा में कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी के रायपुर आगमन पर 7 जुलाई को उनके साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा मंच साझा किया गया था मंच से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए कहा गया था कि हम केंद्र सरकार से जो मांगते हैं वह मिल जाता है। लेकिन पीएम मोदी के वापसी के कुछ घंटे बाद ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुर बदल गए और वह कहते नजर आए कि केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ को हर मामले में वंचित रखा है। किसानों को कुछ भी नहीं दिया है ऐसे सफेद झूठ बोलकर मुख्यमंत्री द्वारा जनता को गुमराह करने का प्रयास किया गया है। लेकिन सत्यता सबके सामने हैं भूपेश बघेल सरकार में किसान, युवा, बेरोजगार, महिलाएं व कर्मचारी परेशान हैं। प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला बढ़ गया है। यह सत्य छुपाया नहीं जा सकता सत्य के सामने आने में जरूर कुछ विलंब हो सकता है। लेकिन सत्य कभी पराजित नहीं होता है। धान की खरीदी के मुद्दे पर उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ का 80 प्रतिशत धान को केंद्र सरकार ने खरीदा है और कुल भुगतान का तीन चौथाई से ज्यादा हिस्सा केंद्र सरकार द्वारा किसानों को भुगतान किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य सरकार 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदी करने की झूठी वाहवाही बटोर रही है। असल में धान खरीदी के के समर्थन मूल्य का भुगतान केंद्र सरकार द्वारा किया जाता है।राज्य सरकार किसानों को केवल 460 रूपए बोनस राशि के रूप में दे रही है। वह बोनस राशि का भुगतान चार किस्तों में किया जा रहा है। पूर्व सांसद चंदूलाल साहू ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 107 लाख मैट्रिक टन धान खरीदी करने का दावा सफेद झूठ है। चुनाव नजदीक आने पर 2800रुपए समर्थन मूल्य में 20 किंवटल धान खरीदी का नया झूठ बोलकर किसानों को भ्रमित किया जा रहा है। जिसकी सच्चाई प्रदेश की जनता के सामने आ चुकी है। अब झूठ के भ्रम में नहीं आने वाली है। श्री साहू ने एक सवाल के जवाब में कहा कि 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में घोषणा पत्र का अहम रोल रहा है घोषणा पत्र को उपमुख्यमंत्री ने मेहनत करके तैयार किया था। उन्हें छत्तीसगढ़ का ढाई महीने का मुख्य मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस ने उनका मजाक बनाया है। ऐसी टी एस सिंहदेव द्वारा 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र बनाने की जिम्मेदारी लेने साफ इनकार कर दिया गया है। क्योंकि वह भी जानते हैं कि अब भूपेश के भरोसे से राज्य में सरकार नहीं बनाई जा सकती है।