गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। कांग्रेस नेता व सेक्टर प्रभारी डोंगर सिंह मरकाम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीतिक दुर्भावना वास कांग्रेस सरकार पर गलत आरोप लगाया है। पहले ईडी को भेजकर गलत कार्यवाही करवाया फिर उसी आधार पर सरकार को बदनाम करने आरोप लगाया। रमन सरकार के एक लाख करोड़ के भ्रष्टाचार पर प्रधानमंत्री मौन रहे। छत्तीसगढ़ में रमन राज में 36 हजार करोड़ नान घोटाला, अगस्ता और पनामा घोटाला, डीकेएस घोटाला, ई – टेडरिंग घोटाला, घटिया मोबाइल खरीदी घोटाला, मच्छरदानी घोटाला, 6000 करोड़ का चिटफंड घोटाला सहित एक लाख करोड़ से ज्यादा के भ्रष्टचार के आरोप है। लेकिन केवल भाजपा नेता होने के कारण रमन सिंह को मोदी सरकार का संरक्षण प्राप्त है। डोंगर सिंह मरकाम ने आगे कहा कि भ्रष्टाचार भाजपा के लिए केवल ध्रुवीकरण करने का हथियार है। विगत 9 वर्ष के मोदी राज में केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग से ईडी, आईटी, सीबीआई ने जितने आरोपियों को जेल भेजा उससे कई गुना ज्यादा आरोपियों को भाजपा में भेजकर उनके खिलाफ संस्थित जांच भी रोक दिया गया। पिछले हफ्ते भोपाल में प्रधानमंत्री मोदी एनसीपी नेताओं के भ्रष्टाचार गिना रहे थे। आज वही अजित प्रवार, प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल, हसन मुशरिफ, जैसे नेता जिन पर 70 हजार करोड़ के घोटालों का आरोप लगाया था ना केवल उन्हें गले लगा लिया बल्कि उप मुख्यमंत्री और मंत्रियों के पद पर भी बिठा लिया। उस पर प्रधान मंत्री मौन है। दरअसल भाजपा और मोदी सरकार को भ्रष्टचार के परहेज नहीं केवल राजनीतिक पाखंड है। मोदी सरकार का षड्यंत्र विपक्ष की राज्य सरकारों को अस्थिर करने दूसरे दल के नेताओं को सरकारी एजेंसियों के माध्यम से डराने धमकाने की है।
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