
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। अच्छे स्वास्थ्य की कामना के साथ पुष्प नक्षत्र पर बच्चों को सुवर्णप्राशन कराया गया। आयुर्वेदाचार्य ने इस संबंध में बताया कि सुवर्णप्राशन आयुर्वेद ग्रंथ के कश्यप संहिता में वर्णित एक शास्त्री योग है। जो कि बच्चों को ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विभिन्न शोधों में खरा उतरा है। सुवर्णप्राशन का निर्माण शुद्ध (एक बार) किया जाता है। अब आगामी 14 अगस्त को पुष्प नक्षत्र का योग है। सुवर्णप्राशन से सर्दी जुकाम बार-बार होने वाले बुखार कमजोरी को दूर किया जा सकता है।