
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। यहां पंचकोशी धाम गौशाला में तीन जैविक ग्रामों से आए जैविक कृषि के लिए उत्सुक कृषको आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण के उद्घाटन समारोह में जैविक कृषि एवं पंचगव्य विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष समाजसेवी डॉ चंद्रशेखर हरित ने 23 मई को मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए कहा कि पुरातन काल से जैविक खेती भी भारत देश की अनुपम देन है जो कि केरल भारतीय (देशी) नस्ल की गौधन के गोबर और गोमूत्र से की जाती रही है। इस पद्धति की जैविक खेती से गोधन का जहां महत्व बढ़ेगा वहीं चिंता पूर्वक गौधन के पालन पोषण के साथ ही धरती किसान और पर्यावरण सबका बन जावेगा और भारत को विश्व गुरु बनने से कोई भी ताकत नहीं रोक सकेगी। उन्होंने कहा आज देश के जैविक कृषि वैज्ञानिकों ने अपनी मेहनत और अनुसंधनों से इस जैविक कृषि को और भी सरल उपयोगी और सत्ता बना दिया है। विशिष्ट अतिथि की आसंदी से जिले के गौ सेवा प्रमुख ईश्वरी साहू ने कहा कि आज गांव में गौ सेवा समिति गठित करके गोपालन और जैविक खेती के लिए किसानों को जागरूक करने की बड़ी जरूरत है। द्वितीय सत्र में ग्राम संयोजक बरोड़ा सुखदेव साहू ने बताया कि इस पद्धति से किसानों को लाभ ही लाभ है। बशर्ते कि वे गोजीवामृत जल व कीट नियंत्रण बनाकर हर 15 दिन में छिड़काव करें। सोरिद ग्राम संयोजक वेदराम नंदे ने कहा कि जैविक खेती सर्व लाभकारी है। परंतु इसमें किसान भाइयों को अपने घर के गोधन के गोबर गोमूत्र का जुगाड़ करना जरूरी है। सोनेसिल्ली ग्राम संयोजक कृपाराम यादव ने कहा कि जैविक कृषि को गांव में ही किसानों को सप्ताह में एक निश्चित दिन में शाम एक घंटा एकत्रित होकर आपस में अपनी समस्या दूर करने का प्रयास करने से सब ठीक हो जाएगा। सोरिद के ही जगदीश साहू ने बताया कि वे जैविक खेती सही पूर्णता ही संतुष्ट हैं और इस वर्ष से अपने पूरे रखवा याने 4:30 एकड़ में जैविक खेती कर रहे हैं उनके इस घोषणा का स्वागत तालियों की गड़गड़ाहट किया गया। तृतीय सत्र में पूर्व प्रशिक्षित किसानों ने जीवामृत बनाना सिखाया तो गौशाला से प्रतिष्ठित तेजस कुमार पुष्पकार ने कीट नियंत्रक बनाकर सिखाया। अंत में अध्यक्षीय उद्बोधन में धमृत यदु ने कहा कि जैविक खेती पुण्य की खेती है इसमें लगातार लगे रहने से सफलता अवश्य मिलेगी। निराश हताश होने कुछ भी उपलब्धि नहीं होगी। प्रारंभ में प्रशिक्षण के उद्घाटन पर्व में गौशाला स्थित गौमंदिर एवं गोपाल कृष्ण मंदिर में पूजा अर्चना आरती व परिक्रमा के बाद अतिथियों द्वारा एवं परीक्षार्थियों का स्वागत किया गया। प्रशिक्षण का संचालन भागवताचार्य परमानंद यादव व गौशाला सचिव ओम प्रकाश साहू ने बारी-बारी से किया। प्रशिक्षण में गौशाला के ट्रस्टी मेंबर लखन साहू ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष तेजराम साहू, जनक राम साहू, एन. सिंह साहु, नाथूराम साहू आदि उपस्थित रहे।