
गरियाबंद/फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)। दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों द्वारा शासन से लगातार नियमितीकरण की मांग की जा रही है। नियमितीकरण की मांग को लेकर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों द्वारा अनेकों बार मुख्यमंत्री एवं अन्य मंत्रियों विधायक गणों को ज्ञापन सौंपा गया है। किंतु हर बार केवल झूठा आश्वासन ही मिला है राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा चुनाव के पूर्व अनेक लोकलुभावन वादा किया गया था। जिससे सरकार के बनते ही 10 दिवस के भीतर नियमितीकरण का वादा भी किया गया है। किंतु 4 वर्ष से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी राज्य सरकार द्वारा नियमितीकरण के संबंध में कोई भी सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है। सरकार की वादाखिलाफी के राज्य के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी काफी हताश एवं आक्रोश में है। प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार है उनके द्वारा जन घोषणा पत्र जारी किया गया था कि कांग्रेस की सरकार बनने पर आपके समस्याओं के हल करेंगे। दूर दृष्टि पक्का इरादा काग्रेस करेगी पूरा वादा के साथ सत्ता से आए हैं। विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा श्रम सम्मान निधि के रूप में ₹4000 मासिक वृद्धि करने की घोषणा की गई है। परंतु दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी का आरोप है कि मुख्यमंत्री के ऊपर हमने भरोसा किया था उन्होंने हमारे भरोसे के साथ विश्वासघात करते हुए भूपेश है तो भरोसा है शब्द का झूठलाया है। वादा नियमितीकरण का किया गया था तो सरकार केवल नियमितीकरण करें। दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने बताया कि सरकार की वादाखिलाफी के विरुद्ध राज्य भर के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों द्वारा संघ के बैनर तले दिनांक 1 अगस्त से 7 अगस्त तक अपने-अपने जिला में सरकार के खिलाफ हड़ताल एवं आंदोलन कर मुख्यमंत्री के नाम पर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे।