
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। फिंगेश्वर विकासखंड की शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला तरीघाट का एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसमें शाला के छात्र ही आज 2 अगस्त को बरसते पानी में शाला के सामने बिजली के खंभे से अलग हुए यानी टूटे विद्युत सप्लाई के तार को लकड़ी से जोड़ते दिखे। बताया गया कि शाला में विद्युत प्रभाव बंद हो गया था क्योंकि संभवत वर्षा एवं हवा आदि के कारण विद्युत खंभे से शाला को दी जाने वाली विद्युत सप्लाई का तार टूट गया था। जिसे शाला के शिक्षक किसी बिजली मिस्त्री को बुलाकर करवाने की बजाय छात्रों से ही जुड़वा रहे थे। अचानक मीडिया वालों की नजर गई और वह स्पाट पर पहुंचे तो शिक्षक सकपकाते हुए लड़कों को आवाज देकर शाला परिसर में बुलाया। शिक्षकों से इस मामले पर पूछने पर वे सवालों से बचते रहे और मीडिया वालों से ही दुर्व्यवहार करने लगी। बरसते पानी में विद्युत तार के छेड़छाड़ से कभी भी गंभीर दुर्घटना हो सकती थी। तरीघाट में बिजली विभाग का ऑफिस भी है। परंतु शाला के जवाबदारो ने विद्युत विभाग को सूचना देने की बजाय शाला के बच्चों को ही तेज चल रही बरसात में नजरअंदाज करते हुए तार जोड़ने में लगे हुए थे। इसलिए पालको ग्रामीणों से इस मामले में चर्चा नहीं हो पाई है। जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग को इस मामले में संज्ञान लेकर कार्यवाही करनी चाहिए। वरना कभी भी गंभीर दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता इस घटना के बारे में विकास खंड शिक्षा अधिकारी फिंगेश्वर रामेंद्र जोशी से पूछने पर उन्होंने घटना की जानकारी ना होने की बात कही। जिला शिक्षा अधिकारी डीएस चौहान ने कहा कि यह जानकारी आपसे मिल रही है घटना काफी गंभीर है मैं तत्काल जानकारी लेकर कार्यवाही करता हूं।