
छुरा (गंगा प्रकाश)। हिंदी सिनेमा के मशहूर गायक मोहम्मद रफ़ी साहब के पुण्य तिथि पर विगत दिनों छुरा नगर के संगीत प्रेमियों द्वारा यादें रफी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें छुरा सहित विभिन्न स्थानों से पधारे कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दिया।मां सरस्वती के पूजन और रफी साहब के छायाचित्र पर माल्यार्पण पश्चात कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत रायपुर निवासी सुबोध फ्रेंकलिन ने मै जट यमला पगला दीवाना और गुलाबी आँखे जो तेरी देखी गीत से किया। उनके बाद उत्तम पवार(रायपुर)ने
हार्मोनिका में है दुनिया उसी की जमाना उसी का और वादियाँ मेरा दामन,छुरा निवासी श्रीमती सपना कंसारी ने तेरी गलियों में न रखेंगें कदम,रामरतन मरकाम ने चौदहवी का चांद हो और चाहूंगा मै तुम्हे साँझ सवेरे,राजिम के गायक क्रांति साहू ने दिल का सुना सा तराना ढूंढ़ेगा और सुन सुन मोर मया पीरा के संगवारी रे,इमरान अली ने सात अजूबे इस दुनिया में,मंगलमूर्ति सोनी ने तुझको पुकारे मेरा प्यार,लिलेश्वर प्रसाद साहू, राजिम ने परदेशियों से ना अंखियां मिलाना और खुदा भी आसमां से जब जमीन पर, गरियाबंद निवासी हरीश ठक्कर ने छू लेने दो नाजुक होठों,रुपेश कुमार शर्मा ने ये दुनिया ये महफ़िल,दिनेश मरकाम छुरा ने
एक न एक दिन ये कहानी बनेगी,ओमप्रकाश साहू ने शिरडी वाले साईं बाबा ,नफरत की दुनिया को छोड़कर ,डॉ आनंद गुप्ता ने ओ मेरी महबूबा और तुमने मुझे देखा होकर मेहरबां जैसे एक से बढ़कर एक खूबसूरत गीतों की प्रस्तुतियां दी।इनके अलावा धनंजय हरित फिंगेश्वर,योगेश गुप्ता धमतरी,नेमीचंद यादव,ऋषि साहू,सलीम मेमन,संजय महाडिक,हेमंत विश्वकर्मा,मीनू देवदास, भूपेंद्र देवदास,पंकज गुप्ता,हुमन सिन्हा, दीनदयाल टंडन, श्रीमती स्वाति वर्मा, विनोद देवांगन ने भी गीत प्रस्तुत किया।कार्यक्रम का संचालन हीरालाल साहू,सुश्री ओमप्रभा साहू, देवेंद्र सिन्हा के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में तरुण वर्मा, रामकरण त्रिवेदी,रीझे यादव,लक्की मेमन,शंकर सचदेव,आनंद सारस्वत,अविनाश वर्मा, पुखराज ठाकुर,ललित वर्मा ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।सुरों का कारवां देर रात तक चलता रहा और बड़ी संख्या में संगीत प्रेमियों ने कार्यक्रम का आनंद लिया। कार्यक्रम का आयोजन म्यूजिक ग्रुप छुरा एवं सागर इलेक्ट्रॉनिक्स के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था।