प्रदेश में रोका छेंका का अभियान पूरी तरह फ्लॉप 

गरियाबंद/फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)। कोडार में एक अनियंत्रित बस की चपेट में आने से 17 गौवंशो की मौत हो गई इस घटना को महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष पदमा यदु, जिला महामंत्री संतोष श्रीवास्तव ने प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार का नतीजा बताया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भूपेश सरकार द्वारा गोधन न्याय योजना के तहत 1 वर्ष पूर्व जब रोका छेंका का अभियान शुरू किया तो बड़े जोर शोर से इस योजना के प्रचार-प्रसार में करोड़ों रुपए खर्च किए गए। सरकार ने इसे शुरू करने के पहले अनगिनत फायदे बताए थे जो अब पूरी तरह फ्लाप साबित हो रही है। अंचल सहित पूरे जिले में इस योजना के मवेशियों को लाभ मिलता नहीं दिख रहा है। राजमार्ग सहित गांव के प्रमुख चौक चौराहों सहित सभी जगह पर मवेशी खुलेआम घूम रहे हैं और लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। मवेशी भी मर रहे हैं लाखों रुपए खर्च कर गौ बनाए गए है लेकिन इनको गौठानो में ना तो चारा की व्यवस्था है और ना ही मवेशियों के लिए पानी की व्यवस्था है। साल भर में सैकड़ों मवेशी की सड़क दुर्घटना का शिकार होकर मारे जाते हैं। बेजुबान पशुओं के नाम प्रदेश की भ्रष्ट सरकार ने करोड़ों का भ्रष्टाचार किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने रोका छेका अभियान के नाम पर केवल करोड़ों का भ्रष्टाचार किया। गौठानो का निर्माण किया था।  कांग्रेसियों को लाभ पहुंचाया जा सके। विकासखंड के अनेक गांव में गौठानो को जंगलों में बनाया गया है ऐसे जगह पर ग्रामीण गौवंशो को भेजने तक से कतरा रहे हैं। श्रीमती यदु एवं श्रीवास्तव ने कहा कि इन गौठानो में रोका छेंका के नाम पर एक ही मवेशियों को नहीं रखा जा रहा है। सैकड़ों में मवेशियों के झुंड से अनेक छोटे-बड़े वाहन दुर्घटना कार्य हो रहे हैं इससे राहगीरों के साथ भी गंभीर हादसे कई बार हुए हैं।

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