प्राथमिक शाला सिर्रीखुर्द में मनाया गया राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 

गरियाबंद/फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)। शासन के मंशा अनुसार प्राथमिक शाला सिर्रीखुर्द में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम में उपस्थित उप स्वास्थ्य केंद्र कुंडेल के सी आर एच ओ ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक शत्रुघ्न लाल सेन ग्राम पंचायत के सरपंच टिकेश साहू पूर्व सरपंच विजय कांड्रा प्रधान पाठक जगन्नाथ ध्रुव शिक्षक खोमन सिन्हा की उपस्थिति में कृमि नाशक दवाई एल्बेंडाजोल समस्त स्कूली बच्चों को एक से 19 वर्ष राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर खिलाया गया। बच्चों के मानसिक एवं शारीरिक विकास एवं पोषण स्तर को बेहतर बनाने के उद्देश्य से एक अभियान के तहत शाला के समस्त बच्चों को टेबलेट खिलाया गया। साथ ही गैर पंजीकृत और स्कूल ना जाने वाले बच्चों को भी यह दवाई नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्रों से खिलाया गया। कृमि नियंत्रण की दवाई खाने के साथ-साथ कृमि संक्रमण की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण व्यवहार भी किया जाना चाहिए जैसे नाखून साफ और छोटे रखनी चाहिए हमेशा साफ पानी पीना चाहिए खाने को ढक कर रखना चाहिए साफ पानी से फल सब्जियां धोना चाहिए आस पास साफ़ स्वच्छ रखना चाहिए। जूते चप्पल पहनना चाहिए खुले में शौच ना करें हमेशा शौचालय का प्रयोग करें। अपने हाथो को साबुन से धोना चाहिए खाने से पहले और शौच जाने के बाद अच्छे से अपने हाथों को धोना चाहिए। कृमि संक्रमण रोकथाम के लिए यह दवाई सभी बच्चों किशोर किशोरियों को देना आवश्यक हो सकता है कि आपके बच्चों में कृमि संक्रमण के प्रभाव तुरंत दिखाई ना दे लेकिन वह बच्चे किशोर किशोरियों के स्वास्थ्य शिक्षा और संपूर्ण विकास को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकते हैं। कृमि नियंत्रण की दवाई के बच्चे में मानसिक और शारीरिक विकास में मदद मिलती है गोली को हमेशा चबाकर खाने से के लिए कहा गया। बच्चों को कृमि निमंत्रण के फायदे मिलते हैं। जिसमें सीधा फायदे खून की कमी में सुधार होता है बेहतर पोषण स्तर होता है और स्कूल आंगनबाड़ी और में उपस्थिति तथा सीखने की क्षमता में सुधार लाने में मदद मिलती है। भविष्य में कार्य क्षमता और औसत आय में बढ़ोतरी होता है। साथ ही वातावरण में कृषि की संख्या कम होने पर समुदाय को लाभ मिलता है। इस दृष्टिकोण से प्राथमिक शाला सिर्रीखुर्द में कृमि मुक्ति दिवस पर शाला में उपस्थित सभी बच्चों को एल्बेंडाजोल का टैबलेट खिलाया गया। आगे शिक्षक खोमन सिन्हा ने कहा कि कृमि संक्रमण के बच्चों के स्वास्थ्य पर अनेक हानिकारक प्रभाव होते हैं जैसे खुन की कमी होना जिसे एनिमेनिया कहते हैं कुपोषण भूख न लगना बेचैनी पेट में दर्द उल्टी और दस्त वजन में कमी आना इस प्रकार की हानिकारक प्रभाव बच्चों पर पड़ता है। जिसके प्रभाव को रोकने के लिए शासन के निर्देश अनुसार प्रतिवर्त 10 अगस्त को कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर एक वर्ष से 19 वर्ष के बच्चों को कृमि मुक्ति टैबलेट एल्बेंडाजोल खिलाया जाता है। जिसमें बच्चों का स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और बच्चे कुपोषित होने के बचते हैं साथ ही उनके संपूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास प्रगतिशील होता है। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के दौरान नजदीकी उप स्वास्थ्य केंद्र के आर एच ओ शत्रुघ्न लाल सेन ग्राम पंचायत के सरपंच टिकेश कुमार साहू पूर्व सरपंच विजय कंद्रा प्रधान पाठक जगन्नाथ लीलाराम मतावले मंदाकिनी साहू निरूपा निषाद फूलसिया निर्मलकर पूर्णिमा सेन खिलावन साहू मितानिन हेमलता वर्मा झामीन साहू शिक्षण खोमन सिन्हा उपस्थित रहे।

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