
गांव की अच्छी पहल पिछले लगभग आठ दस साल से प्रतिबंध है मृत्यु भोज
राजेंद्र साहू

मगरलोड (गंगा प्रकाश)। साहू समाज ने गांव में सामाजिक स्तर पर होने वाले अपनी शादियों छठी व अन्य आयोजन में फिजूल खर्ची रोकने को लेकर संकल्प लिया है साथ ही अब मृत्यु भोज पर रोक लगाने की बात कही गई है छठी और शादी में फिजूल खर्ची रोककर समाज को एक नई दिशा में ले जाने की बात हुई है। समाज में व्याप्त कुरीतियां विकृतियों एवं आडंबर पर रोक लगाने सनातन संस्कृति के अनुरूप प्रत्यक्ष संस्कार को संपन्न करने का निर्णय लिया जन्मदिन, सगाई, विवाह एवं अन्य सभी कार्यक्रमों पर केक काटना प्रबंध किया गया ।दरअसल वर्तमान परिवेश में अधिकांश समाज धीरे-धीरे विदेशी संस्कृति को अपनाते जा रहा है। और अपनी सनातन संस्कृति को भूल रहा है इसके साथ ही सगाई शादी और जन्मदिन जैसे उत्सव में फिजूल खर्ची भी बढ़ गया है। जिस पर रोक लगाने जिला साहू संघ द्वारा खास पहल किया गया है। इसके साथ ही साहू समाज द्वारा विभिन्न रचनात्मक कार्यों सामाजिक नियमावली पर कार्यशाला का आयोजन कर साहू समाज में व्याप्त कुरीतियों विकृतियों एवं आडंबर पर रोक लगाते हुए सनातन संस्कृति के अनुरूप प्रत्येक संस्कार को संपन्न करने का निर्णय लिया ।जिसके तहत जन्मदिन ,सगाई ,विवाह एवं अन्य सभी कार्यों पर केक काटना प्रबंध किया गया है। सगाई में केवल अंगूठी रस्म होगा जयमाला पहनना या अन्य आभूषण देना प्रबंध किया गया है ।वही विवाह में कपड़ा बांटना बंद किया गया केवल निकटतम रिश्तेदार को ही उपयोगी कपड़ा दिया जाएगा इसके साथ ही मृत्यु भोज को शांति भोज के नाम से जाना जाएगा जिसमें केवल दाल चावल सब्जी ही परोसी जाएगी इसके साथ ही प्री वेडिंग फोटोशूट एवं शॉपिंग पर भी समाज में प्रबंध किया गया है साथ ही और भी कई तरह के प्रबंध समाज में लगाया है वही समाज प्रमुख का कहना है कि नियमों को तोड़ने वाले को दंडित किया जाएगा। इस अवसर पर उपस्थित खिसोरा परिक्षेत्र अध्यक्ष रोहित साहू, सचिव रामचरण साहू, कर्मचारी प्रकोष्ठ अध्यक्ष रामप्रसाद साहू, युवा प्रकोष्ठ तहसील मगरलोड सदस्य तुलाराम साहू, सहसचिव ईशु कुमार साहू, महिला प्रकोष्ठ उपाध्यक्ष डामिन साहू, ग्रामीण साहू समाज अध्यक्ष ज्ञानचंद साहू, श्रवण साहू, विष्णु राम साहू, अमरीश साहू, रामशरण साहू, डॉ रामकृष्ण साहू, ईश्वर लाल साहू, ओम प्रकाश साहू अर्जुन साहू, राजेंद्र साहू मीडिया प्रभारी राजिम भक्तिन माता समिति एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।