
मगन सिदार
लैलूंगा (गंगा प्रकाश)। कंवर समाज लैलूंगा के तत्वावधान मे दिनांक 09/10/2023 को कंवर समाज भवन इंदिरा नगर लैलूंगा में बीर सीताराम कंवर जी के शहादत दिवस पर दो मिनट का मौन धारण कर प्रार्थना किया गया तथा दीप प्रज्वलीत कर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया गया। कंवर समाज कर्मचारी संघ लैलूंगा अध्यक्ष नंदकुमार साय पैंकरा ने बताया कि उनके बलिदान और गौरव की गाथा आने वाली पीढ़ी को बताने के लिए प्रति वर्ष सीताराम कंवर जी का बलिदान दिवस मनाया जाता है।
भारत को अंग्रेजों से आज़ादी दिलाने में वीर सीताराम कँवर की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. सीताराम एक आदिवासी योद्धा थे. इन्होने समाज को नई दिशा प्रदान की थी. 1857 की क्रांति में शहीद वीर सीताराम कंवर ने निमाड़ क्षेत्र में विद्रोह कर अंग्रेज शासन के छक्के छुड़ा दिए थे।
अंग्रेजों और उनके सहयोगी राजाओं के लिए वीर सीताराम जी दुश्मन थे. इसलिये अंग्रेज उन्हें विद्रोही कहकर पुकारते थे. 9 अक्टूबर सन 1858 में इन्होने अपने प्राण की आहुति दे दी थी. हर वर्ष 9 अक्टूबर को सीताराम जी के इस शहादत दिवस को बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है.
यह विद्रोह सीताराम जी ने कोई धन – दौलत या राज –पाट पाने के लिए नहीं किया था बल्कि अपने लोगों की स्वतंत्रता पाने के लिए किया था. उन्होंने अपने आप को अंग्रेजों के सामने झुकने नहीं दिया. ऐसे वीर क्रांतिकारी योद्धा सीताराम जी की शहादत को हम आज भी याद करते हैं.
इस अवसर पर महिला प्रभाग की श्रीमती कमला पैंकरा एवं श्रीमती सरीता पैंकरा, श्रीमती कल्पना पैंकरा, वृंदा पैंकरा, नंदकुमार साय पैंकरा, जयमंगल पैंकरा, बालमुकुंद साय, हरिशंकर साय, श्रीराम साय, जगदीश पैंकरा, पोलेश्वर पैंकरा, अनिल कुमार पैंकरा, अरुण कुमार पैंकरा, देवचरण पैंकरा घनानंद पैंकरा, दीपांशु पैंकरा, मयंक पैंकरा, आरुष पैंकरा, आदि उपस्थित रहे।