
फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र फिंगेश्वर के अधिष्ठाता डॉ. एन. खरे के मार्गदर्शन एवं रावे समन्वयक डॉ.लेखराम वर्मा सह समन्वयक डॉ नीता मिश्रा सब्जी विज्ञान विभाग से डॉ. ओमेश ठाकुर व फलविज्ञान से वैज्ञानिक डॉ.कुंतल सत्कार के मार्गदर्शन में बी.एस.सी. (कृषि) चतुर्थ वर्ष के छात्र छात्राओं द्वारा ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव (आर.ए.डबल्यू.ई) कार्यक्रम के अंतर्गत चयनित ग्राम बोरिद में घर पर जैम एवं टूटी फ्रूटी बनाने का प्रशिक्षण ग्रामीणों को दिया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रामीणों के घर में उपस्थित चीजों जैसे फल आदि से सरल तरीके से जैम और टूटी फ्रूटी बनाना सिखाया गया साथ ही फलों एवं सब्जियों के परिरक्षण के बारे में बताया गया । यह प्रशिक्षण कार्यक्रम हॉर्टिकल्चर एक्टिविटी के तहत किया गया । दिनांक 06/10/2023 को गांव के शिव प्रसाद साहू के घर में जैम बनाने का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें ग्रामीण महिलाएं पुरूष शामिल हुए थे। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में छात्र छात्राओं द्वारा सेब का जैम बनाकर ग्रामीणों को सिखाया गया कि कैसे वे अपने घर में रखे फलों का उपयोग कर मूल्य संवर्धित वस्तुएं बना सकते हैं और इसे अपना इनकम का जरिया बना सकते हैं कम खर्च में एक अच्छा सा उत्पाद तैयार किया जा सकता हैं। फलों की कटाई के बाद खराब होने से बचाया जा सकता है तथा लंबे समय तक उपयोग किया जा सके इसके लिए विभिन्न प्रकार की प्रक्रियाओं की जानकारी ग्रामीणों को उपलब्ध कराई गई। जैम बनाने के बाद सभी किसानों के साथ साथ स्थानीय बच्चो ने भी जैम का स्वाद लिया जो किसानों और बच्चों को बेहद पसंद आया। इसके पश्चात दिनांक 09/10/2023 को ग्रामीण श्रीमती जानकी बाई रात्रे के घर में ग्रामजनों की उपस्थिति में पपीते से टूटी फ्रूटी बनाने का प्रशिक्षण देने का कार्य किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान छात्र.छात्राओं को ग्राम वासियों का सहयोग प्राप्त हुआ और ग्रामवासी इन चीजों को जानने के लिए काफी उत्साहित हुए । ग्रामवासी ने भी खाद्य परिरक्षण के पुरानी तकनीकियों एवं तरकीबों को साझा किया । इस कार्यक्रम में कृषि चतुर्थ वर्ष के कुलदीप प्रज्ञा यश भूपेंद्र पंकज फलेश्वर सहित सभी छात्र छात्राएं शामिल हुए।