
विशाल भंडारे प्रसादी का किया आयोजन
मैनपुर(गंगा प्रकाश)। इस वर्ष नवरात्रि की दो तिथियां एक साथ होने की वजह से नवरात्र आठ दिन में पूरी हो रही है। किंतु मातारानी के नौ स्वरूपों का पूजन-तिथि के अनुसार ही हुआ। शारदीय नवरात्र की अष्टमी तिथि में मां महागौरी की पूजा-अर्चना के साथ नगर की आराध्य देवी दुर्गा माता के मंदिर वन परिसर मैनपुर में भी हवन किया गया।साथ ही दुर्गा उत्सव समिति में भी हवन पूजन का कार्यक्रम के साथ विशाल भंडारें की प्रसादी लक्ष्मी ट्रेक्टर के ओनर हरेंद्र कुटारे के तृतीय वर्ष द्वारा दिया गया विशाल भंडारे महाप्रसादी में नगर भर के श्रद्धालुओं ने प्रसादी पाने के लिए पहुंचे 9 दिन 9 रूपों में पूजा अर्चना कर मनोकामना ज्योति कलश की स्थापना कर पूजा अर्चना किया ।वही श्रद्धालु भक्त सिद्धेश्वर महादेव भाटीगढ़ सहित मां पैरी पहाड़ावाली गंगा मैया में मनोकामना पूर्ण करने की आस्था से ज्योति कलश की स्थापना की गई।
नवरात्रि में पड़ने वाली अष्टमी तिथि का विशेष महत्व माना जाता है, इस दिन मां आदिशक्ति के अष्टम स्वरुप देवी महागौरी के पूजन के साथ व्रत रख कर अपने घरों में हवन करवाना शुभ मानते हैं। यह तिथि परम कल्याणकारी और यश-कीर्ति एवं समृद्धि दिलाने वाली मानी गई है। ऐसी मान्यता है कि इस तिथि में किए गए कार्य सदैव पूर्ण होते हैं।
अष्टमी तिथि को जया तिथि कहा गया है। अष्ठमी के हवन पूजन का आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुवे, हवन पूजन के बाद मंदिर प्रांगण में ही नौ कन्या भोज का आयोजन किया गया। जिसमें नौ कन्याओं को विशेष रूप से भोज कराया गया। साथ ही हवन में बालिकाओं को भी कन्या भोज में शामिल किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु भक्तगण उपस्थित हुए।

वहीं देर रात तक पंडालों में हवन पूजन का आयोजन होता रहा। महाअष्टमी के हवन पूजन के बाद लोगों ने अपने घरों में कन्या भोज का आयोजन किया। जहां भक्तों द्वारा माता की रुप माने जाने कन्याओं को भोजन कराया और उन्हें यथाशक्ति दक्षिणा प्रदान कर आर्शीवाद प्राप्त किया गया।
शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व पर दुर्गा उत्सव समिति द्वारा 9 दिनों तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन रखा गया था जिसमें अष्टमी पर्व पर जगराते में जस गीत कार्यक्रम का आयोजन रखा जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दिखाई दी।