
डोंगरगांव (गंगा प्रकाश)। समीपस्थ ग्राम राजा खुज्जी में विजयादशमी के अवसर पर लगातार भव्य आतिशबाजी की गई व साथ ही सोन चिरैया का रंगारंग मंचीय कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ ।
ज्ञात हो कि ग्राम विकास समिति के नेतृत्व में प्रति वर्ष की तरह इस बार भी रामलीला का भव्य आयोजन किया गया। इस बार भी भव्य आतिशबाजी रावण के दहन के साथ 10 बजे प्रारम्भ हुआ साथ ही रात्रि में 11 बजे से सोन चिरैया लोककला मंच की रंगारंग प्रस्तुति हुई
देश भर में कल दशहरा का त्योहार धूमधाम से मनाया गया. इस त्योहार को लेकर हमेशा की तरह लोगों में जबरदस्त क्रेज दिखाई दिया. दशहरा की खास बात यह है कि इसकी तैयारी दस दिन पहले से ही शुरू हो जाती है. लोग जगह-जगह रामायण के किरदारों का रूप धरते हैं और रामलीला करते हैं. दशहरे वाले दिन रावण का पुतला जलाया जाता है. और राम जी की विजय की खुशियां मनाई जाती है।
असत्य पर सत्य की जीत का पर्व
विजयदशमी आज पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाया जा रहा है. हर शहर में रावण के पुतले को दहन करने की तैयारियां की गई है. विजयदशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, लेकिन इस दिन नीलकंठ पक्षी का दर्शन करने से मनुष्य को सभी मनोकामनाओं की प्राप्ति होती है. इसके पीछे हमारे धर्म ग्रंथ में उल्लेख है कि रावण का वध करने के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम को ब्रह्म हत्या का पाप लगा था. इसके बाद श्री राम ने भगवान शंकर की पूजा की थी और भगवान शंकर ने विजयदशमी के दिन ही उन्हें नीलकंठ पक्षी के रूप में दर्शन दिया था, जिससे उन्हें लगे ब्रह्म हत्या के पापसे मुक्ति मिली थी इसीलिए कहा जाता है कि विजयदशमी के दिन जो भी व्यक्ति नीलकंठ पक्षी का दर्शन करता है उसकी हर मनोकामनाएं पूर्ण होती है.ज्योतिषाचार्य ने यह भी बताया कि विजयदशमी के दिन शमी पेड़ का विधि विधान से पूजन करने और अपराजिता के पूजन का भी विशेष महत्व है, अगर किसी भी व्यक्ति द्वारा दशहरे के दिन शमी के पेड़ का पूजन किया जाता है तो उसे आरोग्य धन वैभव की प्राप्ति होती है. इसके अलावा अपराजिता के पूजन करने से व्यक्ति कभी भी पराजित नहीं होता है. ग्राम राजा खुज्जी में रावण वध में ग्राम विकास समिति के सदस्यों के साथ, गांव के पंच, उपसरपंच, सरपंच, के साथ जनपद उपाध्यक्ष सुयश नाहटा जी कार्यकर्म में सम्मिलित हुए मंच का संचालन विमल जैन वरिष्ठ पत्रकार डोंगरगांव ने किया।