
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। प्राथमिक शाला सिर्रीखुर्द मे उत्साह एवं उमंग के साथ देवउठनी त्यौहार मनाया गया कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष के एकादशी को देवउठनी एकादशी मनाया जाता है जिसे देवउठनी ग्यारस या प्रबोधिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है सनातन धर्म में इसे सबसे बड़ी एकादशी माना जाता है धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन श्री हरि विष्णु राजा बलि के राज्य से चातुर्मास का विश्राम पूरा करके बैकुंठ लौटे थे इसी दिन तुलसी विवाह का पर्व भी संपन्न होता है देवउठनी एकादशी के दिन तुलसी जी को वस्त्र चढ़ाने से घर में सुख शांति आता है सभी बच्चों ने तुलसी और गन्ने का पूजा अर्चना किया साथ ही स्कूल में सभी बच्चे एवं प्रधान पाठक जगन्नाथ ध्रुव घनश्याम कंवर लीलाराम मतवाले मंदाकिनी साहू निरूपा निषाद दुर्गेश विश्वकर्मा शिक्षक खोमन सिन्हा उपस्थित रहे