
सूरजपुर (गंगा प्रकाश)। भारत का संविधान न सिर्फ विश्व का सबसे बड़ा संविधान है बल्कि यह विश्व का एक श्रेष्ठ संविधान भी है हमें अपने देश के संविधान एवं इस संविधान का निर्माण करने वाले संविधान निर्माताओं पर गर्व है। आज हम उन महान विभूतियों को नमन करते हैं जिन्होंने हमें दुनिया का सबसे श्रेष्ठ संविधान बनाकर दिया।उक्त विचार कार्यक्रम अधिकारी राजीव कुमार सिंह ने राष्ट्रीय सेवा इकाई शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कन्दरई द्वारा संविधान दिवस पर भारत का संविधान विश्व का सबसे श्रेष्ठ संविधान विषय पर आयोजित व्याख्यानमाला में व्यक्त करते हुए कहा । भारत का संविधान देश व देशवासियों को एकता के सूत्र में बांधकर रखा है। स्वतंत्रता समानता न्याय एवं बंधुत्व भारतीय संविधान की मूलभूत सिद्धांत व आदर्श है।हमारा संविधान प्रत्येक नागरिक की आशाओं एवं आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है। इसकी अनेक बातें पूरे विश्व के लिए एक विलक्षण मिसाल है। उन्होंने समस्त छात्र-छात्राओं से संविधान दिवस पर संविधान की भावना से प्रेरणा लेकर एक सशक्त एवं समृद्ध भारत के निर्माण में अपना योगदान देने की अपील की । छात्रा कुसुम एवं कवित्री ने भारतीय संविधान की विशेषताओं पर अपने विचार व्यक्त किया। इस अवसर पर विद्यालय में पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें छात्र-छात्राओं द्वारा भारतीय संविधान की अब तक की उपलब्धियां को अंकित किया गया। कार्यक्रम में सभी ने सामूहिक रूप से भारतीय संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया। इसके साथ ही समस्त छात्र-छात्राओं ने ऑनलाइन प्रस्तावना का वाचन एवं ”लोकतंत्र की जननी” विषय पर ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता में भी भाग लेते हुए प्रमाणपत्र प्राप्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्राचार्य श्रीमती इलिना एक्का, व्याख्याता उर्मिला सिंह, वंदना मिश्रा,पूनम रासेयो स्वयंसेवक पंकज प्रजापति, संदीप रानू यादव, पूनम राजवाड़े, सुमेधा,सिकंदर, गुलाबी, गीता,राधो, अनूपा, शशिकला,अंजू, रंजीता,शनियारो , सूरजमनी सहित अन्य स्वयंसेवक सक्रिय रहे।