कांग्रेस के गढ़ राजिम को साधने रोहित साहू ने तीन माह तक बहाया पसीना, अनेक महत्वपूर्ण जगहों में भाजपा की बढ़त पर लगाए जा रहे कयास

गरियाबंद/राजिम (गंगा प्रकाश)।राजिम विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि पिछला विधानसभा चुनाव 58 हजार की बड़े अंतर से जितने के बाद भी कांग्रेस के गद्दावर कहे जाने वाले अमितेष शुक्ल भाजपा के एकदम नए प्रत्याशी रोहित साहू से कैसे 12 हजार मतों से हार गए। इस तरफ से जब विश्लेषण किया गया तो यह स्पष्ट हुआ कि कांग्रेस में कार्यकर्ताओं ने अपनी ओर से मेहनत-परिश्रम में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं की। इसका स्पष्ट कारण सामने आया है कि कांग्रेस के गढ़ों के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों के घरों में भी इस चुनाव में भाजपा ने अच्छे मतों के साथ आगे रही और चुनाव परिणाम में इसका निर्णायक असर पड़ा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अमितेष शुक्ल लोकल राजिम में भारी अंतर से पराजित हुए है। राजिम के किसी भी बूथ में इन्हें बढ़त नहीं मिली। पूरे राजिम विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक राजिम नगर पंचायत की जनता ने 3638 वोट से रोहित साहू के लीड दिए है। इसके बाद कांग्रेस के गढ़ कोपरा में 941 वोट से अमितेश शुक्ल पिछड़ गए। इसके अलावा अमितेश शुक्ल स्वयं अपने गृह ग्राम किरवई में 194 वोट से परास्त हो गए। इसी तरह ब्लॉक मुख्यालय फिंगेश्वर नगर पंचायत में 126 वोट गरियाबंद नगर पालिका में 548 वोट से पिछड़ गए। जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष भावसिंग साहू के गृह ग्राम टेका में 418 वोट और ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष फिंगेश्वर रूपेश साहू 285 के गृह ग्राम रोहिना में 285 वोट ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गरियाबंद हाफिज खान के गृह ग्राम मालगांव में 367 वोट ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष छुरा के गृह ग्राम सारागांव में 41 वोट से कांग्रेस की शर्मनाक हार हुई है। यह चंद परिणाम बताते है कि इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चेहरा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी ने मतदाताओं को काफी प्रभावित किया है। और छ.ग. में भाजपा की इस बड़ी एवं चमत्कारिक जीत में स्थानीय नेताओं की बजाय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जादुई व्यक्तित्व को ही प्रमुख माना जा रहा है। चर्चा तो यहां तक हो रही है कि अब स्थिति यह बन रही है कि छः माह बाद होने वाले लोकसभा चुनाव में लड़ने के लिए कांग्रेस पार्टी को तो नहीं बल्कि कांग्रेस प्रत्याशी को काफी सोचना-समझना पड़ेगा। कि क्या चुनाव मात्र औपचारिकता के लिए लड़ना होगा। कांग्रेस के लिए यह स्थिति अत्यंत विचारणीय है। 6 माह में कांग्रेस ऐसा कुछ करें कि मतदाता उनके कार्य को नोटिस करें। अन्यथा आने वाले कुछ चुनाव कांग्रेस के लिए काफी संकट के हो सकते है। भाजपा उम्मीदवार रोहित साहू ने फिंगेश्वर नगर पंचायत के स्थित 9 मतदान केन्द्रों में से 4 मतदान केन्द्र में विजय प्राप्त किए। नगर पंचायत के मतदान केन्द्र 63 में अमितेष ने 214 एवं रोहित साहू 354 मत, केन्द्र क्रं. 64 में कांग्रेस 315 एवं भाजपा को 291, मतदान केन्द्र 65 में कांग्रेस को 187 एवं भाजपा को 240, केन्द्र क्रं. 66 में कांग्रेस 221 एवं भाजपा 172, मतदान केन्द्र 67 में कांग्रेस 333 एवं भाजपा 526, मतदान केन्द्र 68 में कांग्रेस 239 भाजपा 233, मतदान केन्द्र क्रं. 69 में कांग्रेस 330 भाजपा 365, केन्द्र क्रं. 70 में कांग्रेस 345 भाजपा 330 एवं मतदान केन्द्र में 73 में कांग्रेस को 314 एवं भाजपा को 133 मत मिले है। कुल मिलाकर फिंगेश्वर नगर पंचायत में 20 वर्षो में पहली बार विधानसभा चुनाव में भाजपा 126 वोट से जीती है। यह जीत भाजपा के लिए काफी मनोबल बढ़ाने वाली है।

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