शिवराज के युग का अंत, मोहन यादव होंगे मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री

भोपाल(गंगा प्रकाश)। मध्य प्रदेश की जनता का आठ दिनों का इंतजार खत्म हो गया है। भाजपा में विधायक दल की बैठक में मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया है। पर्यवेक्षक बनाकर भेजे गए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, के. लक्ष्मण और सचिव आशा लाकड़ा की मौजूदगी में मोहन यादव को मुख्यमंत्री की बागडोर देने का फैसला लिया गया। मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं। माना जा रहा है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ही उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की सिफारिश की थी।
मोहन यादव ने भाजपा के इस ऐलान के बाद खुशी जाहिर करते हुए कहा, ‘मेरे जैसे छोटे कार्यकर्ता को पार्टी ने एक बड़ी जिम्मेदारी दी। केवल भाजपा ही है जो सामान्य से, छोटे कार्यकर्ता को भी इतनी बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। यही भाजपा का चरित्र है। इस नए दायित्व के लिए मैं हृदय से आभार भी मानता हूं।’

राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा होंगे मुख्यमंत्री के डिप्टी सीएम पद

OBC नेता मोहन यादव जहां मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे वहीं, राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को डिप्टी सीएम पद के लिए चुना गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा अध्यक्ष के पद पर चुने गए हैं।
भाजपा के इस ऐलान के बाद पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और शिवराज सिंह चौहान राज्य के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव को माला पहनाते नजर आए। उनके साथ हरियाणा के सीएम मनोसहर लाल खट्टर को देखा गया।

कौन हैं मोहन यादव

58 वर्षीय मोहन यादव ने उज्जैन दक्षिण सीट से इस बार के विधानसभा चुनाव में तीसरी बार जीत हासिल की यानी वे तीसरी बार विधायक बने। वह राष्ट्रीय स्वयंसेक संघ यानी RSS के करीबी भी माने जाते हैं और काफी समय तक विद्यार्थी परिषद (ABVP) में भी रहे। मोहन यादव शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे।मोहन यादव को मध्य प्रदेश का बड़ा OBC चेहरा माना जाता है। राज्य में करीब 50 फीसदी आबादी ओबीसी समुदाय की है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भाजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर मास्टरस्ट्रोक चला है और इसका फायदा 2024 के लोकसभा चुनाव में दिख सकता है।

कौन हैं मोहन यादव, जो बनने जा रहे हैं मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री, शिवराज और सिधिंया को पछाड़ा

मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने मोहन यादव को राज्य का अलगा मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है। मोहन यादव ने शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे दिग्गज नेताओं को सीएम रेस से आउट करके मुख्यमंत्री बनने वाले हैं। यह फैसला सोमवार 11 दिसंबर 2023 को बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद आया है। आइए जानें कौन हैं मोहन यादव?

-डॉ. मोहन यादव एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। मोहन यादव कई सालों से बीजेपी से जुड़े हुए हैं। वह मध्य प्रदेश के जाने-माने नेता हैं। मोहन यादव शिवराज कैबिनेट में शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं।
-मोहन यादव 2013 से मध्य प्रदेश विधान सभा के सदस्य के रूप में उज्जैन दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
-मोहन यादव का जन्म 25 मार्च 1965 को मध्य प्रदेश के उज्जैन में हुआ है। राजनीति के अलावा मोहन यादव एक व्यवसायी के रूप में भी जाना जाते हैं।
-मोहन यादव के पिता का नाम पूनमचन्‍द यादव है और माता का नाम लीलाबाई यादव है। मोहन यादव की पत्नी का नाम सीमा यादव यादव है।
-मोहन यादव ने विक्रम यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। उन्होंने एमबीए 2006 और पीएचडी 2009 में की है।
-मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में मोहन यादव ने कांग्रेस उम्मीदवार चेतन प्रेमनारायण यादव के खिलाफ 12,941 वोटों से हराया। उन्हें कुल 95,699 वोट मिले थे। ये इस सीट पर उनकी लगातार तीसरी जीत थी।

  • उज्जैन दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र, जो मालवा उत्तर क्षेत्र का हिस्सा है और उज्जैन लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। ये सीट 2003 से भाजपा के लिए एक गढ़ रहा है।

राजनीतिक सफर

-मोहन यादव का राजनीतिक करियर 2013 में विधायक के रूप में उनके पहले चुनाव के साथ शुरू हुआ था। मोहन यादव पहली बार साल 2013 में उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने थे।
-जिसके बाद मोहन यादव 2018 के मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव में, वह एक बार फिर निर्वाचित हुए और उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने।
-2 जुलाई 2020 को मोहन यादव ने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।

मची हलचल

मोहन यादव का नाम आते ही खलबली इसलिए भी मच गई क्योंकि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री फेस के लिए मोहन यादव का चेहरा नहीं गिना जाता था। मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे पहले जिनका नाम आता था वे थे- चार बार मध्य प्रदेश के सीएम रहे शिवराज सिंह चौहान, फिर प्रह्लाद पटेल, नवनिर्वाचित दिमनी विधायक नरेंद्र तोमर, इंदौर के दिग्गज नेता और इंदौर-1 से विधायक कैलाश विजयवर्गीय, राज्य इकाई के प्रमुख वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिन्धिया। इस बीच कई कयासों को तोड़ते हुए मोहन यादव का आना जनता के लिए आश्चर्यजनक साबित हुआ।

कौन हैं मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला?

चार बार कैबिनेट मंत्री रहे मध्य प्रदेश में नए डिप्टी सीएम पद के लिए दो लोगों का नाम चुना गया है। जिसमें से एक नाम है राजेंद्र शुक्ला। राजेंद्र शुक्ला मध्य प्रदेशी की रीवा विधानसभा से विधायक चुने गए हैं और उन्हें विध्य रीजन का कद्दावर नेता माना जाता है। दिलचस्प बात यह है कि वे जितनी बार चुनाव लड़े, उतनी बार जीते और उन्हें हर बार मंक्षी पद मिला।

कौन हैं मध्यप्रदेश के नए डिप्टी मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा?

मल्हारगढ़ के कद्दावर विधायक जगदीश देवड़ा को भी मध्य प्रदेश का डिप्टी CM चुना गया है। वह मध्य प्रदेश के मल्हारगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीते हैं। भाजपा विधायक जगदीश देवड़ा 2008 से मल्हारगढ़ से लगातार विधायक चुने जा रहे हैं और वह स्वर्गीय गेंदालाल जी देवड़ा के पुत्र हैं। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार श्यामलाल जोकचंद को हराया था।

केंद्र से राज्य में लौटे कौन हैं नए स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर?

भाजपा उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस विधानसभा चुनाव में दिमनी विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार बलवीर सिंह दंडोतिया को 24,461 वोटों से हरा दिया था। तोमर उन तीन केंद्रीय मंत्रियों में शामिल हैं जिन्हें भाजपा ने प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में उतारा था।अब वे सांसदी के पद से इस्तीफा दे चुके हैं और मध्य प्रदेश विधानसभा के नए स्पीकर का पद ग्रहण करने जा रहे हैं।

भाजपा ने मध्यप्रदेश में दर्ज किया शानदार आंकड़ा

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा ने 163 सीटें जीती है। दूसरे नंबर पर कांग्रेस रही थी। भारत आदिवासी पार्टी को भी सैलाना सीट पर जीत मिली। बता दें कि मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में राज्य के कुल 76.22 फीसदी वोटरों ने मतदान का उपयोग किया था।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *