
दिल्ली(गंगा प्रकाश)।। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता अमित शाह ने एजेंडा आज तक के मंच पर चर्चा के दौरान स्पष्ट कर दिया कि, ‘सीएए नागरिकता लेने का नहीं, बल्कि देश में नागरिकता देने का कानून है और यह जरूर लागू होगा।
भारतीय राजनीति के चाणक्य शाह का मानना है कि, सीएए देश का कानून है और ये उन हिंदू भाई-बहनों सहित बाकी 6 धर्मों के मतावलंबियों को उनके साथ हुई धार्मिक प्रताड़नाओं से न्याय दिलाने का एक औजार है जो बँटवारे के बाद पाकिस्तान, बांग्लादेश और अन्य देशों में रह रहे थे।
जन-जन के लोकप्रिय नेता शाह ने मंच पर चर्चा के दौरान स्पष्ट कर दिया कि सीएए का इंप्लिमेंटेशन जरूर होगा। दुनिया जानती है कि सीएए से किसी की नागरिकता नहीं जाने वाली, लेकिन विरोधियों ने माइनोरिटी में और विशेषकर मुस्लिमों में इसका कुप्रचार किया कि इससे आपकी नागरिकता चली जाएगी, जबकि यह सर्वविदित है कि सीएए से किसी की नागरिकता नहीं जाती है। शाह ने यह संकेत दिया कि उचित समय पर यह निश्चित रूप से लागू होगा। देश की जनता ने देखा है कि मोदी-शाह की जोड़ी ने कभी भी अपने लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने जो किया, सिर्फ देश की जनता के लिए किया।
भारतीय राजनीति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 2 ऐसे नेता हुए, जिन्होंने हमेशा खुद को पीछे रखकर देश को आगे बढ़ाने का नेतृत्व किया है। हाल ही में हुए मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड जीत ने यह साबित कर दिया है कि 2024 में प्रचंड बहुमत से जीत के साथ एक बार फिर मोदी जी का प्रधानमंत्री बनना तय है।
देश की जनता ने देखा है कि मोदी जी की अगुआई में अमित शाह ने जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति को खत्म कर देश की राजनीति को परफॉर्मेंस के रास्ते पर ले जाने का काम किया है। यह किसी से छुपा नहीं है कि पिछले 9 साल में दलितों, वंचितों और पिछड़ों को सम्मान देकर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का काम भी युद्धस्तर पर चल रहा है। इस आधार पर यह तय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और अमित शाह के कुशल मार्गदर्शन में भारतीय जनता पार्टी की सरकार देश में सीएए लाकर रहेगी।