श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र से पहुंचा अक्षत कलश,भव्य स्वागत में जुटा हिंदू समाज। रामलला के मंदिर प्रतिष्ठा में जाने अक्षत आमंत्रण घर घर पहुंचाएंगे हिंदू संगठन ।

देवभोग/गरियाबंद(गंगा प्रकाश)।   चरण बद्ध तरीके से आज श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र से अक्षत कलश देवभोग तक पहुंच गया।हनुमान मंदिर के पास श्रदालुओ की भिड़ स्वागत के लिए पहले से मौजूद थी।भजन व कीर्तन मंडलियों के थाप व आतिश बाजी के साथ कलश को आज जगन्नाथ मंदिर में स्थापित किया गया।राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ व अनुयाई संगठनों की अगुवाई में भारी संख्या में महिला पुरुष श्रद्धालुओ की भिड़ रामलला के जयकारे के साथ कलश को रैली के शक्ल में मंदिर तक पहूचाया गया।पवित्र कलश को बारी बारी से सर में लेने श्रद्धालु आतुर थे।राम चंद्र के जयघोष के बीच आज नगर राम मय हो गया था।इस पावन अवसर पर भाजपा के पूर्व विधायक द्वय गोवर्धन मांझी, डमरूधर पुजारी के अलावा भारी संख्या में आरएसएस, विहिप,बजरंग दल व अन्य अनुयाई संगठन के कार्यकर्ता व हिंदू समाज भारी संख्या में मौजूद थे।

15 जनवरी तक घर घर पहूंच जाएगा न्यौता

श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र प्रतिष्ठा महा अभियान के प्रभारी तस्मीत पात्र ने बताया की देवभोग विकास खंड को 13 केंद्रों में विभक्त किया गया है।वर्तमान में अक्षत कलश श्री जगन्नाथ मंदिर में स्थापित है।यही से ही सोमवार को सभी 13 केंद्रों के लिए विधिवत अक्षत कलश भेजा जायेगा।
केंद्रों में 30 दिसंबर से पहले पहुंच जायेगा।इस बीच सभी केंद्रों में कलश वंदन,प्रभार फेरी,जागरण कार्यक्रम कर तीर्थ क्षेत्र के महत्व व प्रतिष्ठा  के लिए किए योगदान की जानकारी दी जाएगी।अयोध्या में 22 जनवरी को प्रभु राम जी के मंदिर की प्रतिष्ठा है,इस तीर्थ क्षेत्र में जाने के लिए घर घर अक्षत व पत्रक देकर न्योता दिया जाएगा।1 जनवरी से 15 जनवरी के बीच सभी हिंदू समाज तक अक्षत आमंत्रण पहुंच जाएगा।

राम काज के इस पावन कार्य को सम्पन्न करने में गौरी शंकर,प्रसन्न तायल,रमाकांत बेहेरा, जसवंत गोयल,सुभाष दौरा,बजरंग साहू,अनिल सिन्हा,देवेंद्र ठाकुर,राकेश अग्रवाल, गणेश सोनी, मोहन गोयल, सुशील जैन,पिंटू जैन ,जीतेश सिन्हा,मयूर भट्टर, पुरुषोत्तम गोयल,पिंटू तायल,जय विलास शर्मा,मनोज रघुवंशी, हरीश तायल,तेजराज ठाकुर, नागेश्वर मोरे,मनीष सिन्हा, राजेश चक्रधारी,हेजुराम साहू,रामरत्न मांझी, पारस कौशिक,विकास उपाध्याय,मनीष पात्र, सुशील यादव,प्रमेश अवस्थी,गौरव पात्र,अमन तिवारी, ऋषभ गुप्ता समेत भारी संख्या में युवा सक्रिय हैं।बताते चले की श्रीराम मंदिर ट्रस्ट का मानना है कि जिन लोगों ने भी भगवान राम के मंदिर निर्माण में आर्थिक सहायता दी है, उन्हें किसी न किसी रूप से उद्घाटन कार्यक्रम से जोड़ा जाए। लेकिन चूंकि उद्घाटन के समय अयोध्या में एक सीमित संख्या में ही लोग पहुंच सकते हैं और इसमें भागीदारी कर सकते हैं, योजना है कि देश के हर क्षेत्र में बड़े मंदिरों में उद्घाटन की लाइव स्क्रीनिंग की व्यवस्था जाए और इसमें सबकी भागीदारी सुनिश्चित की जाए। इस दौरान मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना के कार्यक्रम कर आम जन समुदाय को भी इस कार्यक्रम से जोड़ा जाए। इससे डिजिटल माध्यम से उन सभी लोगों को उद्घाटन कार्यक्रम से जोड़ा जा सकेगा, जिनकी भावनाएं राम मंदिर के साथ जुड़ी हुई हैं।

कितने मंदिरों में होंगे कार्यक्रम

विश्व हिंदू परिषद की एक प्रमुख अधिकारी ने अमर उजाला को बताया कि शुरुआती दौर में देश के 1000 बड़े मंदिरों की पहचान की गई है, जहां पर उद्घाटन कार्यक्रम की लाइव स्क्रीनिंग और विशेष पूजा अर्चना की व्यवस्था की जाएगी। विभिन्न क्षेत्रों को देखते हुए इसमें कुछ नए मंदिरों को जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि इतिहास के लंबे कालखंड में हिंदू समुदाय को विभिन्न तरीकों से अलग-अलग ग्रुपों में बांटा गया। उनकी कोशिश है कि राम मंदिर उद्घाटन के साथ हिंदू समुदाय के सभी लोगों को एक साथ लाने का प्रयास किया जाए। यानी राममंदिर उदघाटन के सहारे हिंदू समुदाय को एकजुट दिखाने की योजना है।

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