
गरियाबंद/राजिम (गंगा प्रकाश)। जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से निर्मित चमचमाती हुई सड़कों के गुणवत्ता की सच्चाई किसी से छुपी नहीं है। और ऐसे में बिना पानी तराई किए नाली निर्माण टूटने लगे तो क्या हाल होगा। पर साहब जी तो अपना ठेकेदारों को सर्टिफिकेट बांटने में हमेशा दो कदम आगे रहते और सवाल पूछने से पहले ही जवाब तैयार रखते है ।और ठेकेदारों की पैरवी भी ऐसे। कि वकील साहब शर्मा जाए ये हाल है। नवनिर्मित मार्ग भसेरा और रोबा के बीच बन रहे सड़क निर्माण का । जहां कार्य अभी प्रोग्रेस में है और समयावधि भी बचा है।लगभग 2.20 किलो मीटर तक बन रहा सड़क के किनारे नाली टूट रहा है। इस मार्ग में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़क बन रही है सड़क में गुणवत्ता के कितना ख्याल रखा गया है या नहीं रखा गया यह तो विभाग के साहब ज्यादा बता पाएंगे पर निर्माण कार्य अभी से टूटने लगा है। जिसको लेकर इसकी गुणवत्ता और भविष्य में इसकी टिकाऊ को लेकर अभी से शंसय बरकरार है। सड़क बने चार माह भी नहीं हुआ है।और अभी से ही सवालों के घेरे में है। जब इस बारे में आसपास के ग्रामीणों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इसमें पानी तराई नहीं किया गया है। ढलाई बस करते थे हम लोगो ने तो पानी डालते नही देखा है। तो वहीं साइड शोल्डर में भी कही पर मुरूम बिछाया है तो कही पर नही।



क्या कहते हैं जिम्मेदार
जब इस बारे में विभाग के एसडीओ अभिषेक पाटकर से पूछा गया तो उन्होंने बताया की कार्य पूरा नहीं हुआ है प्रोग्रेस में है। और जो नाली टूटा है उसको हार्वेस्टर वालों ने तोड़ा है जिसे बहुत जल्द रिपेयरिंग कर लिया जाएगा वह समय-समय पर पानी तराई किया गया है।