सचिव हरिकिशन वर्मा पर जिला पंचायत का गाज कभी भी गिर सकता है, जांच में आदर्श आचार संहिता उलंघ्घन का मामला का पुष्टि !                                                         

बलौदाबाजार (गंगा प्रकाश)। कसडोल विधानसभा में एक पंचायत सचिव का कारनामा जगजाहिर हो चुका है।सचिव का कारनामा सुनकर आप भी अचंभित रह जाएंगे, क्योंकि उन्होंने जो कारनामा कर इतिहास रचा है वह अभी तक किसी ने नहीं कर पाया होगा।पूरे छत्तीसगढ़ की बात करें तो चुनाव अवधि में पंचायत सचिव का कारनामा प्रदेश का इकलौता मामला कहना गलत नहीं होगा।आइए एक नजर पंचायत सचिव हरिकिशन वर्मा के कारनामे की ओर चलते हैं।दरअसल मामला कुछ इस तरह के हैं कि हर किसी को बार बार सोचने में मजबूर कर देगा आखिर उन्होंने यह कारनामा क्यों, किसके लिए किस स्वार्थ की पूर्ति के लिए किये होंगे तो आपको बताते चलें कि कसडोल विधानसभा के लवन तहसील के कोलिहा निवासी पंचायत सचिव हरिकिशन वर्मा जिनका वर्तमान पदस्थापना ग्राम पंचायत सकरी जनपद पंचायत बलौदाबाजार ने कसडोल विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव अवधि में खूब प्रचार प्रसार कर चुनाव आयोग एवं जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए नियमों को ठेंगा दिखा ते हुए मोबाईल व्हाट्सएप सहित प्रत्याशी के पक्ष में विभिन्न अखबारों में प्रकाशित खबरों को व्हाट्सएप सोसल मीडिया में लगातार प्रचार प्रसार के साथ साथ प्रत्याशी के आभार व्यक्त वाली मेसेज को स्वयं मोबाईल व्हाट्सएप स्टेटस में लगाकर दिखाते रहा है।जिसकी खबर कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित मीडिया को मिलते ही आरोपी के खिलाफ शिकायत जिला कलेक्टर, जिला पंचायत बलौदाबाजार के पास पहुंचा।जिस पर जिला प्रशासन ने मामले में जांच कराते हुए आरोपी से रिपोर्ट तलब किये ।रिपोर्ट में आरोपी बचने के लिए झूठा मोबाईल सिम एवं मोबाईल घूमने की शिकायत थाना लवन में करते हुए बचने का रास्ता अपनाया लेकिन यह तरकीब आरोपी के लिए और मुसीबत साबित हुआ।जिस पर जिला पंचायत के जांच टीम को आरोपी पर और शक गहरा गया।आपको यह भी बता दें कि आरोपी पूर्व में भी भ्रष्टाचार के विभिन्न मामले में कांग्रेस एवं भाजपा सरकार में निलंबित किये जा चुके हैं।आरोपी निलंबित होने के कई रिकॉर्ड भी अपने नाम करवा चुके हैं।इतना ही नहीं आरोपी पंचायत सचिव रहकर कई अन्य पेशे को काम में भी हाथ साफ करने की जानकारी प्राप्त है।आरोपी के खिलाफ जिला पंचायत से जांच एवं सम्पूर्ण कागजी कार्यवाही पूर्ण होने की जानकारी प्राप्त हुआ है।इसके अलावा कुछ दिन पहले जिला पंचायत ने एस डी एम बलौदाबाजार एवं जनपद पंचायत सी ई ओ को प्रतिवेदन भेजकर अभिमत लिए गए हैं।जिस पर सूत्रों का कहना है कि अभिमत आरोपी के खिलाफ गया है।जिससे आरोपी का किसी भी सूरत में बचना नामुमकिन है।मतलब साफ है आरोपी पर जिला प्रशासन का गाज शत प्रतिशत कभी भी गिर सकता है।इस मामले में बलौदाबाजार जिला कलेक्टर चन्दन कुमार का एक्शन  मूड बरकरार की स्थिति देखने को मिला है अब देखना यही होगा जो लगातार मीडिया एवं सोसल मीडिया सहित जनता के उत्सकुता में लगातार बना हुआ है उस पर अन्तिम कार्रवाई का परिणाम कब देखने को मिलेगा।आरोपी हरिकिशन वर्मा अपने आप को आज भी बेगुनाह मानकर लगातार आरोप को नकार रहे हैं।वही एस डी एम बलौदाबाजार रोमा श्रीवास्तव ने मीडिया कर्मियों को बताया कि आरोपी हरिकिशन वर्मा से सम्बंधित प्रतिवेदन जिला पंचायत से प्राप्त हुआ था जिसमें जांच पर आरोपी प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता उलंघ्घन किये जाने की बात पुष्टि हुई है।जिस पर अंतिम कार्रवाई के जिला पंचायत को भेजने की बात बताई है।एक सच्चाई यह भी है कि जिला पंचायत सी ई ओ आरोपी हरिकिशन वर्मा पर उलंघ्घन का गाज कब गिराएगी।

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