छाल खदान के अधिकारी और कर्मचारियो में भय का माहोल

छाल एसईसीएल खदान में माफियाओं का राज

धरमजयगढ़ (गंगा प्रकाश)। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की रायगढ़ जिले में संचालित छाल कोयला खदान में कुछ महीनो से माफिया राज चल रहा है। गुंडागर्दी के बलबूते और आर्थिक प्रलोभन देकर अपनी इच्छा अनुसार अच्छी क्वालिटी का कोयला लेने और अपनी सुविधानुसार किसी भी समय अपनी गाड़ियों में कोयला का लदान कराने के लिए आए दिन माफियागिरी होती है।

छाल एसईसीएल खदान जहां एक तरह से देखा जाए तो विवाद थमने का नाम ही नही ले रहा है, यहां पिछले कई माह से आएदिन विवादो के बीच उलझा हूंआ है । 

खदान क्षेत्र में अगर कोई भी घटना या दुर्घटनाएं होती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी खदान प्रबंधन की होती है उसपर उपक्षेत्रीय प्रबंधन को त्वरित उच्चाधिकारियों को अवगत कर कार्यवाही करना चाहिए पर छाल खदान में ऐसा नही है खदान परिसर में कई बार लड़ाई हो चुका है हथियार तक भी निकल गए यहां तक कि एसईसीएल कर्मचारियो के साथ मारपीट का भी घटना हो गया पर प्रबंधन को कोई फर्क नही, वो तो मानो यहां माफियाराज स्थापित करवाना चाहते है इन सभी घटनाओं से जो अधिकारी कर्मचारी ईमानदारी से कार्य कर रहे थे डर से गए है तो कुछ आर्थिक प्रलोभन के चलते माफियाराज को बढ़ावा देते आ रहे हैं। 

आपको बतादे की 15/12/2023 शुक्रवार को बाईपास मार्ग को बंद करवाने को लेकर जब त्रिपुरा स्टेट रायफल के जवानों के साथ कुछ ट्रांसपोटरो के इशारों पर ग्रामीणों द्वारा पहली बार भारी संख्या में महिलाओं द्वारा पत्थरबाजी और मारपीट की घटनाओं को अंजाम दिया गया जिससे छाल माइंस में ईमानदारी से कार्य करने वालो कर्मचारियों में काफी जायदा डर का माहौल बन गया है अगर एसईसीएल प्रबंधन द्वारा समय पर उचित कदम उठाया होता तो इतना बड़ा घटना छाल खदान में नही होता। 

जब खदान में बाईपास मार्ग से गाड़ी एंट्री हो रहा था तब प्रबंधन क्या कर रहा था 11/11/2023 को एसईसीएल के प्रभारी सुरक्षा विभाग के द्वारा एसईसीएल के आवक जावक में बाईपास मार्ग को बंद करवाने को लेकर छाल थाना प्रभारी के नाम आवेदन दिया गया था अगर उस समय छाल सब एरिया मैनेजर सत्यकाम आनंद द्वारा बाईपास मार्ग से होकर जा रही वाहनों को ब्लैक लिस्ट क्यू नही किया जिस डीईओ होल्डर के अकाउंट में गाडियां लग रही थी उनको नोटिस आखिर क्यों नही दिया और जब रास्ता बनाया जा रहा था उस वाहन लोडर, जेसीबी पर आखिर कार्यवाही क्यों नही किया गया, क्या सब एरिया मैनेजर द्वारा अपने उच्च अधिकारी रायगढ़ जी.एम. पांडेय को इसके बारे में एकबार भी अवगत कराया गया अगर अवगत कराया गया तो उनके द्वारा क्या कार्यवाही किया गया, सब एरिया मैनेजर सत्यकाम आनद और रायगढ़ जी.एम. हेमंत पांडेय जब से आए है डीईओ होल्डर, ट्रांसपोटरो का राज खदानों में चल रहा है अधिकारी और कर्मचारीओ को इनके दबाओ में काम करना पड़ रहा है अगर जल्द ही कोई उपाय नहीं निकला गया तो आगे कोई बड़ी अनहोनी हो सकता है।

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