
राजिम/नवापारा (गंगा प्रकाश)। त्रिवेणी संगम साहित्य समिति राजिम के बैनर तले 21 दिसंबर गुरुवार को पथर्रा वार्ड नंबर 15 नवाडीह मैं अतिथियों के आतिथ्य मे हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया साथ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में रेखा जितेंद्र सोनकर अध्यक्षता मकसूदन राम साहू अध्यक्ष त्रिवेणी संगम साहित्य समिति विशेष अतिथि रामकुमार गोस्वामी कृषि उपज मंडी समिति राजिम अध्यक्ष श्रीमती रेखा कुलेश्वर साहू उपाध्यक्ष नगर पंचायत राजिम डॉक्टर महेंद्र साहू संरक्षक राजिम भक्तिन मंदिर समिति झाड़ू राम साहू वरिष्ठ नागरिक मंदेश्वरी कुमार मंडल नूतन साहू वरिष्ठ साहित्यकार पांडुका की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम मां सरस्वती के तेल चित्र एवं पंडित सुंदरलाल शर्मा के तेल चित्र पर चंदन वंदन माल्यार्पण कर किया गया तत्पश्चात मां सरस्वती का वंदन गान किया गया।
सर्वप्रथम समिति के संरक्षक मोहनलाल मानिकपन के द्वारा पंडित सुंदरलाल शर्मा जी के ऊपर प्रकाश डाला गया एवं आह्वान किया कि हमें भी आने वाली पीढ़ी को भी पंडित सुंदरलाल शर्मा से शिक्षा ग्रहण कर अनुकरण करना चाहिए मुख्य अतिथि रेखा जितेंद्र सोनकर ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है की नावाडीह में त्रिवेणी संगम साहित्य समिति के द्वारा पंडित सुंदरलाल शर्मा जयंती का आयोजन किया गया है और सभी से आग्रह करता हूं की हम पंडित जी का ही अनुसरण करें आज नवाडीह मैं समुचित व्यवस्था हो रहा है राजिम के सभी वार्डों में से यह प्रथम श्रेणी में है वार्ड नंबर 15 के पार्षद श्रीमती रेखा काफी सक्रिय है उन्हीं का योगदान है कि त्रिवेणी संगम साहित्य समिति को जमीन और भवन मुहैया कराया गया जिसका नाम साहित्य सदन रखा गया है इस वार्ड के पार्षद के कार्य की में प्रशंसा करता हूं पंडित सुंदरलाल शर्मा जी ग्राम चम्सुर से है जिसको महात्मा गांधी जी ने भी अपना गुरु माना वर्तमान में शर्मा जी को छत्तीसगढ़ का गांधी के नाम से जाना जाता है डॉ महेंद्र साहू ने इस कार्यक्रम को काफी सराहा ग्रामीण सचिव वेद ने कहा कि यह हम सब का सौभाग्य है कि एक बैनर तले इकट्ठा होकर इस महामानव का कार्यक्रम को मना रहे हैं झाड़ू राम साहू ने कहा कि हमें इससे प्रेरणा लेना चाहिए कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे मकसूदन राम साहू मैं सबको शुभकामनाएं बधाई प्रेषित किया
कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने ऑडियो टेप डांस बहुत शानदार ढंग से प्रस्तुतीकरण किया जिसको देखते ही लोगों ने दांतों तले उंगली दबा लिया कवियों ने भी शान दार रचना पढ़ कर लोगो को ताली बजाने के लिए मजबूर कर दिया l
त्रिवेणी संगम साहित्य समिति के मकसूदन राम साहू, मोहनलाल मानिकपन, गीतकार कवि किशोर निर्मलकर, श्रवण साहू, कोमल सिंह साहू, रोहित साहू, संतोष प्रकृति, डॉक्टर रमेश कुमार सोनसायटी, केवरा यदु, भारत साहू, नरेंद्र साहू पार्थ, रामेश्वर साहू रंगीला, जितेंद्र वर्मा, नूतन साहू, गुंजन साहू ,छग्गूयास अडिल इन सभी कवियों ने अलग-अलग रचना कविता पढ़कर लोगों को गुदगुदाने पर मजबूर कर दिया लोग भाव विभोर हो गए कार्यक्रम का संचालन किशोर निर्मलकर ने किया एवं कुलेश्वर साहू ने आभार प्रदर्शन कर कार्यक्रम की समापन की घोषणा की l