


नवापारा (गंगा प्रकाश)। एसईसीएल रायगढ़ क्षेत्र क़ी छाल उपक्षेत्र मे कोयले क़ी जगह पत्थर को कोयले क़ी रेट मे सेल (बेचना )किया जा रहा है छाल खदान मे कोयला का स्टॉक कम होने के कारण अधिकारी उसकी भरपाई करने के लिए पत्थर एवं सेल पत्थर को लोड करके कम्पनी मे भेज देते यहाँ ट्रांसपोर्ट इसकी मौखिक शिकायत तो करते है लेकिन कोयला हमेशा यही खरीदना है जिससे अधिकारियो पर ज्यादा दबाव नही बना पाते है
खदान मे कोयला ज्यादा समय तक स्टोर हो जाने से उसमे आग लग जाता है जिसकी भरपाई करने पत्थर या सेल को को कोयला साथ मिला क़र लोड करते है या कोयला चोरी होने पर भी ऐसे ही स्टॉक मेंटेन करते है
छाल खदान मे कोयले क़ी सिम (परत )के ऊपर मिट्टी या पत्थर रहता है जिसे हटाने निजी कम्पनी को ठेका दिया जाता है उसके बाद कोयले निकलने के लिए ब्लास्टिंग करके मशीन सरफेस (कटिंग ) से निकाला जाता है और उस कोयले को दूसरी ठेका कम्पनी वहाँ से लोडिंग पाइंट तक ले जाते है जहाँ लोडर से कोयले को गाड़ी मे लोड किया जाता जहाँ सिर्फ लोडिंग के लिए कोयला डंप रहता है जहाँ तस्वीर मे दिख रहा है क़ी पत्थर एवं सेल पत्थर को डंप किया गया है लेकिन प्रबंधन इसको कोयला के साथ कुछ मात्र मे पत्थर आने क़ी बात क़र रहे है इतनी ज्यादा मात्रा मे पत्थर तस्वीर मे साफ दिखाई दे रहा एस ई सी एल से कोयला खरीदने वाली कम्पनी 10 से अधिक कम्पनी जिसके ट्रांसपोर्ट यहाँ देखकर भी डर कुछ नही बोल पा रहे है प्रबंधन अपना नुकसान बचाने के लिए दूसरे को नुकसान पहुंचा रहे है
एल.के. डांगी खदान प्रबंधक छाल — खदान मे पत्थर को लोड नही किया जाता है कई बार कोयला के साथ किनारे मे होने से कुछ पत्थर जरूर आ जाते है लेकिन उसे हटा दिया जाता है हालांकि पत्थर की पूरा ढेरी होगा तोउसे हटावेएगे