
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। संचार क्रांति के चलते उपभोक्तओं को नए नए उपायों से सरकारी माध्यम से उपयोगी सुविधाओं पर सहूलियत बढ़ाने का क्रम लगातार चल रहा। प्रत्येक परिवार की जरूरत विद्युत आपूर्ति में पूर्व में मेनुअल बिल, फिर कम्प्यूटर बिल और वर्तमान में स्पॉट बिल दिया जा रहा है। अब इस सुविधा में विस्तार करते हुए मोबाईल के भांति प्री-पे सुविधा बिजली आपूर्ति में किए जाने की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। उपभोक्ताओं को अब मोबाईल की भांति बिजली का रिचार्ज करना होगा इसके लिए बिजली कंपनी द्वारा स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाने की तैयारी कर ली गई है। इसकी शुरूआत नये साल से की जाएगी। बिजली के लिए रिचार्ज सिस्टम लागू होने से बिजली कंपनी को मीटर रिडिंग तथा बकाया राशि वसूली के झंझट से छुटकारा मिल सकेगा। खबरों के मुताबिक सरकार दफ्तरों के बाद घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के घरों में पोस्टपेड की जगह स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाएंगे। साल 2024 में यह काम शुरू होगा। टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगने से मोबाइल की तरह बिजली उपभोक्ताओं को रिचार्ज करना होगा। बिजली की खपत के हिसाब से प्लान ले सकेंगे। अभी समय पर बिजली बिल का भुगतान नहीं कर रहे उपभोक्ताओं से वितरण कंपनी को बकाया राशि वसूलने की चिंता रहती है। केन्द्र की आरडीएसएस स्कीम के पहले चरण में बिजली उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाने की योजना है। उसके बाद उपभोक्ताओं को बिजली की खपत के हिसाब से प्लान देकर बिजली की खपत के हिसाब से प्लान देकर बिजली का उपयोग करना पड़ेगा। स्मार्ट प्री-पेड मीटर का रिचार्ज खत्म होने पर स्वतः ही बिजली आपूर्ति ठप हो जाएगी। अभी लोगों के घरों में जो मीटर लगा है। उसमें एक महीने की बिजली की खपत के हिसाब से बिल थमाया जाता है उसके बाद उपभोक्ताओं को राशि का भुगतान करना होता है। इसी कारण हर साल औसत खपत के हिसाब से दो महीने के बिल के बराबर सुरक्षा निधि भी ली जाती है। स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगने के बाद मोबाईल की तरह पहले रिचार्ज कराना होगा तब जाकर बिजली का उपयोगग कर पाएंगे। ऐसे में सालभर की औसत खपत के हिसाब से ली जाने वाली सुरक्षा निधि बिजली उपभोक्ताओं को देना नहीं पड़ेगा। दूसरी ओर वितरण कंपनी को उपभोक्तओं से बिजली बिल की बकाया राशि वसूलने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।