
सीताकसा में गैंदाटोला जोन स्तरीय बालक्रीड़ा प्रतियोगिता सम्पन्न
टेमन बोरकर
छुरिया(गंगा प्रकाश)। स्वस्थ तन में स्वस्थ मन का वास होता है इसलिए बच्चों के लिए पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद आवश्यक है।उक्त विचार प्राचार्य व्ही. के. मंडलोई ने जोन स्तरीय बालक्रीड़ा प्रतियोगिता के अवसर पर व्यक्त किया।
गत 09 एवं 10 जनवरी को गैंदाटोला जोन स्तरीय दो दिवसीय बालक्रीड़ा प्रतियोगिता सीताकसा में सम्पन्न हुआ। प्रतियोगिता में जोन आश्रित छ:संकुल के लगभग 600 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया जिसमें जोशीलमती संकुल प्रथम एवं गैंदाटोला संकुल द्वितीय रहा।
उदघाटन समारोह के मुख्य अतिथि सरपंच लाजवंतीन ठाकुर रहे, अध्यक्षता गैंदाटोला के संकुल प्राचार्य व्ही. के. मंडलोई ने किया।
विशेष अतिथि उपसरपंच लखन कोर्राम, सी.एम.साहू,एस.के.साहू, बाबूलाल साहू, गजेन्द्र कुमार भूआर्य,छोटेलाल भूआर्य,घनश्याम कोर्राम एवं कमल मंडावी रहे।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि जनपद सदस्य प्रतिमा साहू रहे, अध्यक्षता प्राचार्य व्ही. के. मंडलोई ने किया।
विशेष अतिथि उपसरपंच लखन कोर्राम,कांति साहू, देवंतीन यादव एवं मधुलता सहारे रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ पूजा अर्चना के साथ हुआ ध्वजारोहण व सलामी के पश्चात अतिथियों का स्वागत किया गया।
स्वागत समारोह के मुख्य अतिथि सरपंच लाजवंतीन ठाकुर ने कहा कि ग्रामवासियों के सहयोग से हमारे गांव में बच्चों का खेल प्रतियोगिता होने से उत्साह का माहौल निर्मित हो गया। बच्चों को हर खेल को खिलाड़ी भावना से खेलना चाहिये।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि जनपद सदस्य प्रतिमा साहू ने कहा कि खेल हममें एकता एवं भाईचारा की भावना जागृत करती है। खेल से शारीरिक और मानसिक विकास होती है। विजेता खिलाड़ी अपने स्वयं सहित अपने माता-पिता,गुरू,शाला, संकुल, जोन एवं अंचल का नाम रौशन करता है।
अध्यक्ष की आसंदी से प्राचार्य व्ही. के. मंडलोई ने कहा कि स्वस्थ तन में स्वस्थ मन का वास होता है इसलिए बच्चों के लिए पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद भी अति आवश्यक है। खेलकूद में जीत के लिए अनुशासन का पालन करना होता है। अनुशासित छात्र सफल नागरिक बनते है।
गैंदाटोला जोन स्तरीय दो दिवसीय बालक्रीड़ा प्रतियोगिता में गैंदाटोला, जोशीलमती,कुहीखुर्द, रामतराई, छुरियाडोंगरी एवं कल्लूबंजारी के लगभग 600 प्रतिभागी बच्चों ने भाग लिया जिसमें जोशीलमती संकुल 62 अंक लेकर प्रथम , गैंदाटोला संकुल 50 अंक लेकर द्वितीय एवं रामतराई संकुल 29अंक लेकर तृतीय स्थान पर रहा।
रात्रिकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्राथमिक स्तर पर जोशीलमती संकुल प्रथम एवं कल्लूबंजारी संकुल द्वितीय तथा माध्यमिक स्तर पर कल्लूबंजारी संकुल प्रथम एवं जोशीलमती संकुल द्वितीय रहा। गैंदाटोला संकुल के बच्चों ने नशा पर आधारित हास्य प्रहसन प्रस्तुत कर नशामुक्ति का संदेश दिया।
स्वागत भाषण आयोजन प्रमुख गजेन्द्र कुमार भूआर्य, प्रतिवेदन वाचन जोन प्रभारी टोमन साहू, संचालन शेरसिंह परतेती, दिनेश कुरेटी दिलेर, चित्रमाला राठी एवं आभार प्रदर्शन सुकदेव साहू ने किया।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में सीताकसा के ग्रामवासियों,गैंदाटोला जोन के समस्त पीटीआई एवं समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं का खास योगदान रहा।
इस अवसर पर संकुल समन्यक टोमन साहू, तोमेश टेकाम, नोहर सिंह हुंडरे, मोहित यादव, शैलेन्द्र कुमार शर्मा, मूलचंद मंडावी, हिमांचल साहू, कविता झलरिया,खिलावन बघवा,पुरुषोत्तम देवांगन, हरिचंद नेताम, किरणबाई जेठूमल, धुरसिंह साहू, गौतर साहू, टुमेश कोर्राम, बरसन यादव, चन्द्रभान डोंगरे, एकनाथ साहू, भुनेश्वरी,तुकाराम साहू, ईश्वरी,सीताबाई यादव,सुलोचना लाऊत्रे, टोकेश्वरी जयमल, ज्ञानचंद भुआर्य, दुर्गाप्रसाद कोटगले,जामुन बाई ठाकुर,वंदना डोंगरे, देवानंद देवांगन,भारत लाल कोटेलकर,सुरेन्द्र घावड़े, कीरत कुमार गणवीर,कल्पलता चन्द्रवंशी, गायत्री यादव, ईश्वर दास मंडावी, अमर दास बंजारे,राकेश कुलेशिया,लोकेश साहू, गोवर्धन देवांगन,अखिलेश खरे, राजूराम चौरे, रामाधीन तारम ,दिग्विजय नेताम, जोगेश्वर लाल लाहोत्रे, दुर्गा सोनी,बेबीता साकरे, मनीष साव,भोपेन्द्र कुमार मंडलोई,ओमप्रकाश मंडावी, सहदेव नेताम आदि सहित गैंदाटोला जोन के ग्रामीण, शिक्षक-शिक्षिका, छात्र-छात्राएँ, सफाई कर्मचारी एवं रसोईया बड़ी संख्या में उपस्थित थे।