गरियाबंद/फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)। ईश्वर की भक्ति में सरलता सहजता एवं मन में निर्मलता हो एक बेटी अपने पूरे जीवन काल में अनेकों रूपों का निर्वहन करती हैं कभी एक प्यारी सी गुड़िया रानी कभी बहन कभी मां कभी दादी नानी न जाने कितने किरदार को अपने अंदर समेटे एक परिवार रूपी नाव को सम्हाल कर बड़े ही सहज सरल एवं अपनत्व की डोर को बांधे संचालित करते हुए उस परिवार को मजबूती प्रदान करती है।इस बीच एक बेटी को न जाने कितने त्याग रूपी परीक्षा से गुजरना पड़ता है। श्रीराम कथा के दौरान माता उमा प्रसंग पर बड़े ही मार्मिक चर्चा करते हुए कहा भगवान भोलेनाथ को पाने के लिए राजा हिमवान एवं रानी मैना की बेटी उमा ने भगवान भोलेनाथ को पति रूप में पाने के लिए कठोर से कठोर तप किया एक समय ऐसा भी आया जब राजा हिमवान एवं रानी मैना ने नारद जी महाराज के मुख से सुना भगवान भोलेनाथ देवो में देव महादेव हैं किन्तु कुछ अवगुण भी है उसके रहने का स्थान पहनावा ओढावा उनके गण बड़ा विचित्र है। जैसे ही यह बात रानी मैना ने सुना इस विवाह के लिए मना कर दिया था किन्तु बेटी उमा का भगवान भोलेनाथ के प्रति त्यागए समर्पण एवं निर्मल प्रेम को देखते हुए भगवान भोलेनाथ से उनका विवाह कर दिया। मनुष्य के जीवन में कभी भी दिखावा न हो जो भी कार्य करें उसमें हमारा किंचित मात्र स्वार्थ न हो। झूठ फरेब से जीवन व्यतीत करने वाले लोग ज्यादातर अपने आप को हमेशा औरों से ऊंचा बताना पसंद करते हैं ऐसे लोगों से सदैव बचकर रहें ये लोग केवल अपना हित चाहते हैं न कि औरों का जीवन में हमेशा सरल सहज एवं विनम्रता का भाव हो। ऐसा जीवन जीने में जो आनंद है ऐसा आनंद दुसरों में नही। खिलावन साहू लोक गायक प्रज्ञा मानस परिवार के संचालक के द्वारा एक से बढ़कर एक भजन की प्रस्तुति दी जिसे सुनकर पूरे कथा पंडाल में बैठे श्रध्दालु भक्त जन झूम उठा पूरे आयोजन में नंद परिवार का विशेष योगदान रहा। इस अवसर पर थानू राम निषाद छत्तर सिंह ध्रुव के अलावा में काफी संख्या में श्रद्धालु भक्त जन मौजूद थे।सभी भक्तों के लिए भोजन प्रसादी की व्यवस्था की गई थी।
There is no ads to display, Please add some


