
गरियाबंद/फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)। छ.ग. शासन स्कूल शिक्षा विभाग के आदेशानुसार शासकीय माध्यमिक शाला बारुला में बसंत पंचमी मां सरस्वती के प्राकट्य दिवस मातृ पितृ पूजन दिवस एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ मनाया गया मां सरस्वती की छायाचित्र पर पालको छात्रों और शिक्षकों के द्वारा पूजा अर्चना मंत्र उच्चारण से किया गया पूजन विधियों के द्वारा पूजा करते हुए मां शारदे की वंदना की गई।उपस्थित माता-पिता का बच्चों द्वारा आरती उतार कर चंदन वंदन कर चरण स्पर्श किया गया।प्रधानपाठक ओंकार साहू ने बसंत पंचमी पर प्रकाश डालते हुए कहा की पुराणों के अनुसार जब ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी तब समूची सृष्टि के प्राणियो का जीवन एकदम निरस था।इसे देखते हुए ब्रह्मा जी ने भगवान विष्णु से परामर्श करके अपने कमंडल से पृथ्वी पर जल छिड़का। जल की बूंदे जैसे जमीन पर पड़ी,वैसे ही सफेद वस्त्र को धारण किए हुए और हाथ में वीणा के साथ देवी सरस्वती प्रगट हुई। देवी सरस्वती ने अपने वीणा की ध्वनि से पूरी दृष्टि में विद्या और ज्ञान का प्रसार किया। जब मां सरस्वती प्रकट हुई तब माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि थी इसी दिन को बसंत पंचमी कहा जाता है ।अंत में सभी पालकों को शाला परिवार द्वारा श्रीफल और पेन से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रधान पाठक ओंकार साहू प्रभारी प्रधानपाठक श्रीमती प्रेरणा श्रीवास लक्ष्मीनारायण सेन मन्नू ध्रुव सरपंच बिसहत पारधी कमलेश साहू कृपाराम साहू लालजी पराना लोकनाथ साहु दुलरवा राम श्रीमती मालती पराना लक्ष्मीबाई साहु एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे ।