रेत का अवैध उत्खनन रोकने में प्रशासन नाकाम,अधिकारियो के आने के पूर्व ही रेत माफियाओ को मिल जाती है कार्यवाही की जानकारी जिससे रेत घाटों में हो जाता है सन्नाटा

गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। फिंगेश्वर क्षेत्र में अवैध रेत उत्खनन का खेल लंबे समय से चल रहा है। इन दिनों पूरे क्षेत्र में लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लगी हुई है। बावजूद इसके सूखा नदी, महानदी सहित आसपास के क्षेत्रों में न केवल अवैध उत्खनन हो रहा है, बल्कि रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा है। जिसे रोकने का दावा लगातार जिला प्रशासन व खनिज विभाग द्वारा किया जाता रहा है। बावजूद इसके रेत के खेल में जुटे लोगों को रोक पाना जिला प्रशासन के बस में दिखाई नहीं दे रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन दिनों फिंगेश्वर विकासखंड के पितईबंद, रावड़, चौबेबांधा, सिंधौरी, परसदाजोशी एवं हथखोज में मनमाने ढंग से बड़ी बड़ी चौन माऊटिंग मशीन लगाकर उत्खनन एवं परिवहन व्यापक पैमाने में किया जा रहा है। इसके साथ ही आने वाले दिनों में इन रेत माफियाओ द्वारा फिंगेश्वर के आस-पास परसदाकला, खुरसा, बोरिद, बिड़ोरा, पोलकर्रा, कोसमखुंटा में भी अवैध रेत उत्खनन की तैयारी कर रहे है।
फिंगेश्वर के सीमा क्षेत्र में चौकसी करने चेक पोस्ट बनाए गए हैं इसके बावजूद रेत परिवहन बेधड़क हो रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि रेत माफिया और प्रशासन के बीच किस तरह से सेटिंग है। 4-5 दिन पूर्व समाचार पत्रों में अवैध उत्खनन का समाचार प्रकाशित होने पर खनिज विभाग द्वारा पितईबंद से मात्र 2 हाईवा एवं परसदाजोशी से मात्र 1 चैन माउंटिंग मशीन जब्ती बनाकर कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति की गयी थी। जबकि ग्रामीणों ने बताया की कार्यवाही करने अधिकारी शाम को आये परन्तु सुबह से ही खदानों में बड़ी बड़ी हाइवा गाड़ियों की लाइन लगी हुई थी जैसे ही अधिकारियो के आने की जानकारी मिली पूरे रेत घाट में सन्नाटा छा गया।

लोगो को होती है परेशानी
रेत भरे हाईवा को तालपत्री से नहीं ढकने के कारण रेत के कण उड़ने से राहगीरों को भारी परेशानी होती है। बाईक व साईकिल चालकों ने बताया कि रेत भरे वाहन क्रॉस करने पर रेत के कणों के कारण कभी भी गंभीर दुर्घटना हो सकती है। रेत घाट से पानी के साथ लोडिंग रेत निकलने के बाद पूरे रास्ते भर पानी के गिरने से राहगीर परेशान होते है। रास्तों में हाईवा से रेत गिरने से भी दोपहिया वाहनों के स्लीप होने का भय बना रहता है।

आचार संहिता का रेत माफिया उठा रहे फायदा
माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद है कि लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद से ही जिले के माफिया अवैध रेत उत्खनन का कार्य तीव्रगति से कर रहे हैं। जिला प्रशासन, खनिज विभाग, राजस्व विभाग गहरी नींद में है। क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पितईबंद, रावड़, चौबेबांधा, सिंधौरी, परसदाजोशी एवं हथखोज से अवैध रूप से रेत निकाल कर नदी को खोखला किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि अवैध उत्खनन में विभागीय अधिकारी, कर्मचारियों की मिलीभगत है। जिला प्रशासन, खनिज विभाग, राजस्व विभाग व पुलिस विभाग कार्रवाई करने से परहेज कर रहा है।

हम लोग कार्यवाही करने जाते है तो रेत माफिया सामने रायपुर जिले के गाँव में अपनी मशीनो को छिपा देते है जब तक दोनों जिला मिलाकर कार्यवाही नहीं करेंगे तब तक बड़ी कार्यवाही नहीं हो पायेगी

फागुलाल नागेश,सहायक खनिज अधिकारी जिला गरियाबंद

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