
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। सूर्य की आग उगलती गर्मी न सिर्फ मानवजाति वरन् खाने पीने की रोजमर्रा की सब्जियों के मूल्यों में भी आग लगी हुर्ह है। उपभोक्ताओं ने बताया कि गर्मी बढ़ने का असर सब्जियों के दामों पर भी पड़ रहा है। झुलसन और सड़न जल्दी आने से सब्जियों के दाम बढ़े है। गर्मियों में सस्ती बिकने वाली तोरई, भिंडी, लौकी, करेला जैसी सब्जियों के दाम भी बढ़ गए है। इधर आवक भी कम है। सब्जियों के भंडारण की पर्याप्त सुविधा न होने के कारण सब्जियॉ जल्द खराब हो जाती है। ऐसे में विक्रेता पूरी कीमत निकालने के लिए उन्हें महंगे दाम में बेच रहे है। एक ओर जहां सबसे अधिक खपत वाले आलू के दाम में इजाफा हुआ है। आलू 20 रू. प्रति किलो से बढ़कर ये 35 रू. किलो तक पहुंच गए हैं। वहीं गर्मी की सस्ती सब्जी माने जाने वाली तोरई, भिंडी, करेला, शिमला मिर्च, फली आदि 40 से 50 रू. किलो तक बिक रही है। इन दिनों 30 और इससे कम दाम पर बिकने वाले टमाटर-लौकी भी 35 -40 रू. किलो बिक रहे है। मिर्च 80 रू. किलो बिक रही है। हर सब्जी में जायका बढ़ाने वाला हरा धनिया 100 रू. किलो से भी अधिक बिक रहा है। नगर के सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि सामान्य दिनों के मुकाबले वर्तमान में सब्जियों की आवक कम है। थोक में ही महंगी मिल रही है। इसके अलावा सड़ने पर भी नुकसान होता है। इससे सब्जियों के भाव बढ़े हुए है।