खनिज विभाग को देख बीच नदी में चैन माऊंटिंग छोड़ भाग खड़े हुए रेत माफिया, दो मशीन जब्त

गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। लगातार प्रशासन की रेत की अवैध उत्खनन एवं परिवहन के नाम पर हो रही बदनामी एवं मिडिया द्वारा भी अंचल में मनमाने ढंग से दिनरात 24 घंटे रेत उत्खनन से शासन को हो रही करोड़ो रूपयों के राजस्व की हानि के साथ साथ राजिम विधायक के अवैध उत्खनन पर तीखें रोष के चलते जिला के खनिज विभाग ने कुछ सक्रियता दिखाते हुए फिंगेश्वर विकासखंड के परसदाजोशी रेत खदान में गत दिवस अल सुबह 4.30 बजे योजना बद्ध ढंग से छापामारी कार्यवाही कर 2 चैन माऊंटिंग मशीन ै।छल्210ब्.9 को नदी के बीच में जब्ती की कार्यवाही की है। इस कार्यवाही से महिनों से बेफिक्री के साथ विकासखंड में 7-8 स्थानों पर मनमाने ढंग से रेत का धड़ल्ले से चैन माऊंटिंग से खनन कर सैकड़ों की संख्या में हाईवा गाड़ियों में लाखों रूपये प्रतिदिन लेनदेन करके परिवहन कर रहे रेत माफिया एवं रेत सिंडीकेट में हड़कंप मच गया है। आलम यह है कि आज लगभग 40 घंटे हो गए है अभी तक जब्त की गई चैन माऊंटिंग का कोई भी दावेदार सामने नहीं आया है। इस मामलें में खनिज अधिकारी फागूलाल नागेश ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि वे अपनी टीम के साथ सुबह 4 बजे परसदाजोशी रेत घाट पहुंचे। तो वहां पर बीच नदी में काफी दूर लगभग 1/2 कि.मी. में उन्हें 2 चैन माऊंटिंग नजर आयी। वे उस तरफ बढ़ ही रहे थे तो चंपारण की तरफ से बने रोड से कुछ हाईवा आती दिखी परंतु सम्भवतः ड्राइवरों ने हमें देख लिया अथवा पहचान लिया हो तो वे हाईवा को वापस मोड़कर भाग गए। श्री नागेश ने बताया कि जब वे पैदल चलते चैन माऊंटिंग के पास पहुंचे तो वहां कोई नहीं था। दोनों चैन माऊंटिंग बंद खड़ी थी। हमने एक चैन माऊंटिंग मशीन के ड्राईवर साईड के दरवाजे में मोटर सायकल की चाबी लगाकर देखा तो उसका दरवाजा खुल गया और उसी चाबी से चैन माऊंटिंग स्टार्ट भी हो गई। आसपास कोई नहीं दिखा तो हमने एक टेलर, ड्राईवर को वहां रायपुर से बुलवाया तथा एक माऊंटिंग मशीन को ट्रेलर में चढ़ाकर गरियाबंद थाना भेजा तथा दूसरी चैन माऊंटिंग में सील लगाकर वहीं छोड़ दिया है। इस कार्यवाही के बीच कुछ परसदाजोशी के ग्रामीण भी वहॉ पहुंच गए। परंतु कोई भी वहां खड़ी चैन माऊंटिंग के बारे में बताया और नहीं कोई रेत खदान में खड़ी चैन माऊंटिंग को सुपुर्दनामे में रखने जवाबदारी लेने तैयार हुआ। इसलिए हमने स्पॉट पर ही उस मशीन को सील लगाकर छोड़ दिया है। अधिकारियों ने कहा कि आज सोमवार शाम तक जबकि दोनों चैन माऊंटिंग पर कार्यवाही किए लगभग 36-40 घंटे हो रहे है कोई भी व्यक्ति चैन माऊंटिंग के बारे में जानकरी लेने अथवा मालिकाना हक बताने नहीं आया है। खनिज अधिकारी ने बताया कि परसदाजोशी एक तरफ गरियाबंद और दूसरी तरफ रायपुर जिला की सरहद पर स्थित है। इसी स्थिति का फायदा षडयंत्र पूर्वक रेत माफियों द्वारा उठाया जाता है। इसके लिए कलेक्टर महोदय से चर्चा हुई है। दोनों जिले की संयुक्त टीम बनाकर कार्यवाही करना ज्यादा कारगर सिद्ध होगा। परसदाजोशी के रेत खदान में जो परिवहन हेतु सड़क बनाई गई है। वह काफी मजबूत बनाई गई है। जो आसानी से नदी के रास्तों दोनों जिलों को जोड़त है। रेत माफिया कार्यवाही होती देख विपरीत जिले की ओर भागकर कार्यवाही से बच जाते है। परसदाजोशी में कि गई कार्यवाही में जिला खनिज अधिकारी फागूलाल नागेश, खनिज निरीक्षक सुभाष साहू, नगर सैनिक संजय नेताम, ड्राईवर नंदकुमार साहू उपस्थित थे। जिले में पहली बार रेत माफिया पर इतनी बड़ी एवं सफल कार्यवाही से रेत माफिया में हड़कंप मच गया है। अब अवैध खनन पर अंकुश की संभावना का बल मिलेगा।

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