
लोकतंत्र के महापर्व मतदान दिवस पर मत देने का सबको अधिकार
जिले की विकास और जागरूक नागरिक होने का कर्तव्य निभाते हुए वरिष्ठ नागरिकों ने किया अपना बहुमूल्य मतदान



रिपोर्ट/ जावेद अली आज़ाद
कोरबा(गंगा प्रकाश)। भारत वर्ष एक लोकतंत्र देश है। लोकतंत्र की ताकत एवं प्रतिभा भारत के नागरिक है। भारतीय होने के नाते देश,राज्य का नेता चयन अथवा मतदान करना हर नागरिक का कर्तव्य है या फिर यह भी कर सकते हैं कि लोकमत महा मतदान मंत्र का कार्य करती है। अपने राज्य, जिले,क्षेत्र एवम् कस्बे की विकास के लिए आम लोगों को मतदान करना अति आवश्यक है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ रायपुर के निर्देशानुसार जिले में ‘‘लोकसभा निर्वाचन 2024‘‘ अन्तर्गत ‘‘संसदीय निर्वाचन कोरबा‘‘ के लिए होने वाले मतदान तिथि 07 मई मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश तथा सामान्य अवकाश घोषित किया गया था। कोरबा जिले के सम्पूर्ण क्षेत्र में 07 मई को मतदान दिवस होने के कारण सामान्य अवकाश रखी गई थी।
भावपूर्ण एवम् शांतिपूर्वक कोरबा के नागरिकों ने किया मतदान
जिला कोरबा के नगर पालिक निगम क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नंबर 12 अमरैय्यापारा निवासियों ने मतदान करने को लेकर सुबह 6:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक लोगों की भीड़ देखी गई। नागरिकों ने ईवीएम मशीन में अपने मनपसंद के नेता के चुनाव चिन्ह के आगे बटन दबाकर बड़े ही हर्षउल्लास के साथ मतदान दिवस के अवसर दिनांक 07.05.2024 को लोकतंत्र का पर्व मनाते हुए सौहार्द पूर्वक मतदान किया गया। इस बीच लोक सभा चुनाव मतदान को लेकर किसकी जीत जिले में होगी यह विषय चर्चे में बनी रही।
कोरबा जिले में 9 लाख 36 हजार 783 मतदाता –
कोरबा लोकसभा सीट में कुल आठ विधानसभा सीट है। जिसमें कोरबा जिले की चार विधानसभा सीट और मरवाही, कोरिया तथा भरतपुर-सोनहत और मनेन्द्रगढ़ की सीट शामिल है। कोरबा लोकसभा में कुल 2023 मतदान केंद्र और 16 लाख 18 हजार 864 मतदाता है। जिसमें आठ लाख तीन हजार 520 पुरूष तथा आठ लाख 15 हजार 292 महिला एवं 52 तृतीय लिंग मतदाता है। इस लोकसभा अंतर्गत सिर्फ कोरबा जिले में 37 तृतीय लिंग सहित रामपुर विधानसभा में दो लाख 24 हजार 860 मतदाता, कोरबा विधानसभा में दो लाख 62 हजार 242, कटघोरा में दो लाख 16 हजार 972 और पाली तानाखार में दो लाख 32 हजार 709 मतदाता और कुल 9 लाख 36 हजार 783 मतदाता है।
आठ हजार से अधिक कर्मचारी-अधिकारी मतदान कराने में दिए सहभागिता –
लोक निर्वाचन 2024 अन्तर्गत कोरबा जिले में मतदान हेतु सभी मतदान केन्द्रों में आवश्यक तैयारियां पूर्ण की गई। कोरबा जिले में 1087 मतदान केन्द्र बनाये गये। सभी मतदान केन्द्रों में एक पीठासीन अधिकारी, मतदान दल अधिकारी-1, मतदान दल अधिकारी-2 एवं मतदान दल अधिकारी-3 तथा एक पुलिस की ड्यूटी लगाई गई। संवेदनशील तथा अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों में अतिरिक्त बल लगाया गया। इसके अलावा 118 सेक्टर अधिकारी, 75 माइक्रो आब्जर्वर की ड्यूटी लगाई गई। आपातकालीन स्थितियों के लिए लगभग एक हजार मतदान कर्मियों को रिजर्व में रखा गया। जिले में आठ हजार से अधिक अधिकारी-कर्मचारी मतदान प्रक्रिया को संपन्न कराने अपनी भूमिका निभाए।
प्रजातंत्र की मजबूती के लिए मतदान अति आवश्यक और उसके लाभ –
प्रजातंत्र की मजबूती के लिये मतदान करना अति आवश्यक है जागरूक मतदाता अच्छे जनप्रतिनिधि चुन सकते हैं। मतदाताओं को निष्पक्ष होकर बिना जाति भेदभाव के और प्रलोभन से दूर रहकर मतदान करना चाहिए । मतदाताओं को उनके वोट का महत्व को समझना होगा। मतदाता जागरूक होकर एवं मतदान में हिस्सेदारी लेना जरूरी है। एक बेहतर जनप्रतिनिधि होनी चाहिए और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से अपने क्षेत्र का बेहतर विकास भी होना चाहिए। प्रजातंत्र की रक्षा और मजबूती के लिए मतदान को आवश्यक प्राथमिकता देते हुए उम्मीदवार, जनप्रतिनिधि के रूप में आम नागरिक चुन सकते हैं। जहां के मतदाता जागरूक होंगे वहां के जनप्रतिनिधि भी विकास कार्यों में रूचि लेंगे। विकास कार्यों से जुड़ी योजनाओं, नीति में जनप्रतिनिधियों का योगदान होता है। इसलिए जागरूक मतदाता बिना किसी प्रलोभन के निष्पक्ष होकर अच्छे जनप्रतिनिधि चुनते है, तो निर्वाचित जनप्रतिनिधि अधिकारियों के माध्यम से विकास से जुड़ी योजनाओं को और भी प्रभावी बनाकर अपने क्षेत्र का विकास करा सकता है। मतदान का प्रतिशत अधिक होता है उस क्षेत्र में विकास तेजी से होता है। इसकी सबसे बड़ी वजह वहां के लोगों की जागरूकता है। मतदाताओं ने इस लोकसभा चुनाव में अपना कीमती वोट डालकर और अच्छे जनप्रतिनिधि का चयन किया गया है।