ग्रामीणों के खून से सर्वमंगला सड़क हुई लाल, पीड़ित को गंभीर अवस्था में ले जाया गया अस्पताल

कोरबा जिला प्रशासन और एसईसीएल की लापरवाही से लगातार स्थानीय ग्रामीण हो रहे दुर्घटना का शिकार

सड़क समस्याओं को लेकर 3 दिन के भीतर निराकरण करने की आश्वासन देने बावजूद किया घोर लापरवाही। अधिकारियों की कार्यशैलीयों पर सवाल चिन्ह..❓

रिपोर्टर/ जावेद अली आज़ाद
कोरबा/ ब्रेकिंग (गंगा प्रकाश)।
जिला कोरबा ऊर्जाधानी व उद्योग नगरी में स्थित मां सर्वमंगला देवी मंदिर की सुंदरता और साफ सफाई को लेकर स्थानीय ग्रामीण समय-समय पर अपना योगदान निभाते आ रहे हैं।

सर्वमंगला चौक रेलवे फाटक (नहर) से कनकी जाने वाली मार्ग मार्ग में बीती रात एक अज्ञात वाहन चालक ने अज्ञात वाहन (ट्रेलर) को ड्राइविंग करते हुए सर्वमंगला नहर की सड़क में तेज रफ्तार से चला रहा था। लापरवाही पूर्वक गाड़ी चलाने से ट्रेलर ने दोपहिया वाहन को ठोकर मार दी। मोटरसाइकिल में ठोकर लगने से मौके पर ही मोटरसाइकिल पर सवार 2 ग्रामीणों का सर फूटने व अत्यधिक खून बहने से बीती रात सर्वमंगला की सड़क लाल हो गई।

मिली जानकारी के अनुसार दिनांक 08.05. 2024 की मध्य रात्रि सर्वमंगला चौक से कनकी जाने वाली मार्ग में एक अज्ञात वाहन ट्रेलर ने मोटर सायकल क्रमांक CG 12 BF 3966 को टक्कर मार दी। मोटरसाइकिल में 02 व्यक्ति स्थानीय ग्रामीण सवार थे। पीड़ित ग्रामीण तेजराम यादव उम्र–लगभग 50 वर्ष, चमन दास उम्र– लगभग 60 वर्ष, दोनों ग्रामीण– ग्राम खैरभवना के स्थाई निवासी हैं। दोनों ग्रामीण के सिर और हाथ पैर पर गंभीर चोटे आई हैं। दुर्घटना इतनी जबरदस्त थी कि दुपहिया वाहन चालक को संभलने का मौका भी नहीं मिला और घटनास्थल पर ही गिर पड़े और यह जानलेवा घातक दुर्घटना ग्रामीणों के साथ हुई।

सूत्रों के अनुसार पुलिस को सूचना मिलने पर सर्वमंगला चौकी प्रभारी ने दुर्घटना से ग्रसित पीड़ित ग्रामीणों को अस्पताल पहुंचाया गया जहां एक ग्रामीण की मृत्यु होने की खबर मिली है।
वहीं दूसरी ओर ट्रेलर चालक ने मोटरसाइकिल सवार ग्रामीणों को लापरवाही पूर्वक टक्कर मारते हुए मौके पर ही फरार हो गया। पुलिस ने मामले की विवेचना व अपराध पंजीबद्ध करते हुए फरार ट्रेलर वाहन चालक की तलाश में जुटी हुई है।

जिला प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधक की घोर लापरवाही आई सामने, सड़क निर्माण आश्वासन के बदले ग्रामीण को मिला मौत

मिली जानकारी के अनुसार जिला कोरबा के दर्री क्षेत्र अंतर्गत तहसीलदार राजेंद्र भरत और एसईसीएल कुसमुंडा प्रबंधन आलोक श्रीवास्तव के द्वारा ग्रामीणों को लिखित में सर्वमंगला मार्ग के समस्याओं का निराकरण हेतु 03 दिवस के भीतर मामले का निपटारा की बात दिनांक 14 3.2024 को करते हुए लिखित में ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया था परंतु आज उक्त दिनांक तक ग्रामीणों की समस्याएं जस की तस बनी हुई है। इस बीच लगातार सर्वमंगला मार्ग में जानलेवा दुर्घटनाएं ग्रामीणों के साथ होती रही हैं परंतु जिला प्रशासन के अधिकारी और एसईसीएल के लापरवाह अधिकारी स्थाई ग्रामीणों के समस्याओं का निराकरण नहीं करते हुए लापरवाही पूर्वक जिले में प्रशासनिक कार्य पूर्ण किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन के संवैधानिक कार्यों का पोल खुल गई है। ग्रामीणों ने सीधा-सीधा दर्री तहसीलदार और एसईसीएल प्रबंधन आलोक श्रीवास्तव दोनों अधिकारीयों को जिम्मेदार ठहराया है।

सेंसिटिव और आबादी क्षेत्र होने के कारण ग्रामीण लगातार धरना प्रदर्शन कर उठा रहे अपनी आवाज

कुसमुंडा और सर्वमंगला मार्ग मैं भारी वाहनों का आवागमन 24 घंटे होता है। कोयला खदान क्षेत्र होने के कारण इस जगह का वातावरण पूरी तरह से प्रदूषित है। कुसमुंडा इमली और कनकी मार्ग भारी वाहनों से लबालब भरा हुआ रहता है। शाम होते ही गाड़ियों की लंबी कतार देखी जा सकती है। राहगीरों को आने जाने के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इस मार्ग में वातावरण प्रदूषित होने के कारण आम लोगों को सांस लेना भी दुर्लभ है। परंतु जिला प्रशासन और एसईसीएल में बैठे जिम्मेदार एवं जवाबदार अधिकारी इस मार्ग की समस्याओं का किसी भी प्रकार का कोई निराकरण नहीं कर रहे जो कि वर्षों से लंबित है। इस मार्गों पर लगातार दुर्घटनाएं होने से ग्रामीणों की जान जा रही है जिसका जिम्मेदार जिला प्रशासन और एसईसीएल में बैठे अधिकारी ही नजर आ रहे हैं।

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